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रामलला की नगरी अयोध्या में हो रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण में अब रामलला के विराजमान होने की फाइनल तारीख सामने आई है। रामलला अपने भव्य एवं दिव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजमान होंगे। 15 जनवरी से मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरु हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए न्योता दिया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक समारोह के अंतिम दिन यानी 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूरे कार्यक्रम को भव्य रुप देने की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। कल राम मंदिर से जुड़ी भवन निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक में इन सभी बातों पर चर्चा हुई। इस बैठक में विहिप अध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्रा, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र, अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र एवं LNT के इंजीनियर मौजूद रहे।
ग्राउंड फ्लोर और मूर्तियों के फाइनल टच पर चर्चा-
भवन निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक LNT ऑफिस में भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई इसमें रामसेवकपुरम में बन रही मूर्तियों और मंदिर के ग्राउंड फ्लोर को फाइनल टच देने पर चर्चा हुई। इसके अलावा मंदिर से जुड़े सभी निर्माण कार्यों को दिसंबर तक पूरा करने के भी निर्देश दिए गये हैं। निर्माणकार्य से जुड़े अधिकारियों के मुताबकि इस समय मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का फर्श बनाने का काम चल रहा है। यहां खंभों पर देव प्रतिमाओं को उकेरा जा रहा है। मंदिर के फर्स्ट फ्लोर में लगने वाले सभी 14 दरवाजे बनकर तैयार हो गए हैं। खंभों पर नक्काशी को फाइनल टच दिया जा रहा है।
जहां विराजेंगे रामलला उस गर्भगृह की खासियत-
सफेद मार्बल से बने गर्भगृह की दीवारों और छत पर खूबसूरत और बारीक नक्काशी दिखाई देगी। मंदिर का गर्भगृह सफेद संगमरमर के 6 खभों पर टिका है जबकि बाहरी खंभे पिंक सैंड स्टोन के हैं। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में उनके जन्मोत्सव के समय यहीं पर दोपहर में 12:00 बजे सूर्य की किरण कुछ देर के लिए रामलला के ललाट पर पड़ने वाली है। यह दृश्य बड़ा ही अद्भुत होगा। यही वह स्थान है जहां पर भगवान राम का जन्म हुआ था। इसी गर्भगृह की नक्काशी युक्त छत के नीचे भव्य सिंहासन पर रामलला विराजमान होंगे।
आपको बता दें कि यूपी की योगी सरकार अयोध्या के पूरे क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हुए विकसित कर रही है। जिसके लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। अयोध्या का विकास इस प्रकार से किया जा रहा है कि यहां आने वाले पर्यटकों को एक अद्भुत एहसास हो सके।
22 जनवरी को रामभद्राचार्य के जन्मदिन का भी आयोजन-
आपको बता दें कि तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी का जन्मदिन अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। ये कार्यक्रम 14 से 22 जनवरी तक चलेगा। इसके लिए पीएम मोदी को प्रमुख रूप से आमंत्रित किया गया है। रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रमचंद्र दास के मुताबिक, समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी निश्चित रूप से शामिल होंगे। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह और अमृत महोत्सव एक ही दिन यानी 22 जनवरी 2024 को होने की बात कही जा रही है।
राम मंदिर उद्घाटन के लिए तैयारियां शुरू-
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का उद्घाटन अगले साल 2024 में होना है। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 15 जनवरी से राम मंदिर में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरु हो जाएगा। सरकार और मंदिर निर्माण समिति इस कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए अभी से तैयारियों को अंजाम देने में लग गया है। अभी दिल्ली में पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में मंदिर के उद्घाटन से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई थी। इसी मीटिंग में सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को उद्घाटन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित भी किया था।
5 करोड़ श्रद्धालु रोज करेंगे दर्शन-
एक अनुमान के मुताबिक साल 2030 तक हर साल 5 करोड़ राम भक्त रामलला के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचेगे। इसके आधार पर रामलला और अयोध्या से जुड़े मार्गो का विकास तेजी के साथ किया जा रहा है। परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण के साथ ही राष्ट्रीय मार्ग से मोहबरा होकर रामलला तक सीधे सड़क बनाई जा रही है। राम पथ, भक्ति पथ का निर्माण हो रहा है। श्रीरामजन्मभूमि पथ से श्रद्धालु सीधे रामलला के दरबार में पहुंच रहे हैं।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 September, 2023, 3:17 pm
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