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भारतीय परंपरा में की अतिथि देवोभव की संस्कृति को धरातल पर उतारने की शुरुआत राम नगरी आयोध्या में हो चुकी है। जिसके मुताबिक अब अयोध्यावासी अपने घरों को पर्यटकों को रहने के लिए दे सकेंगे। यहां रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए पेइंग गेस्ट योजना के तहत 41 भवन स्वामियों को स्वीकृति प्रदान की गई है। पर्यटकों के ठहरने और भोजन का प्रबंध यहां इस तरह से किया जाएगा जिससे उन्हें बिल्कुल घर जैसी अनुभूति हो।
41 भवन स्वामियों सौंपे गए प्रमाण पत्र-
राम नगरी अयोध्या में होटल-धर्मशालाओं के साथ ही पेइंग गेस्ट की व्यवस्था के तहत 41 भवन स्वामियों को मंडलायुक्त गौरव दयाल ने पंजीकरण प्रमाण पत्र सौंपे। आपको बता दें कि इस योजना से एक हजार घरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर मंडलायुक्त ने भवन स्वामियों से कहा कि भव्य श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। बड़ी संख्या में श्रद्धालु रात्रि निवास भी करेंगे ऐसे में इनके ठहरने के लिए होटल, गेस्ट हाउस/होम स्टे की आवश्यकता होगी। होम स्टे से न केवल श्रद्धालुओं को घर जैसे माहौल में ठहरने का अनुभव होगा बल्कि स्थानीय निवासियों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो सकेगी और जिले में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को घर जैसा माहौल देकर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएं। आसपास के लोगों, मित्रों और संबंधियों को भी इस योजना की जानकारी दें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एडीए से जारी होने वाले हेल्पलाइन नंबर से संपर्क कर उन्हें भी पेइंग गेस्ट योजना से जुड़वाएं।
मोबाइल ऐप व वेब पोर्टल होगा लॉन्च-
श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सहयोग के लिए एक यूजर फ्रेंडली मोबाइल ऐप व वेब पोर्टल लॉन्च किया जा रहा है। जिसके जरिए यात्री अपने पसंद के होम स्टे/पेइंग गेस्ट में बुकिंग और अपने अनुभवों को साझा कर सकेंगे। पर्यटन विभाग से संचालित इस योजना से ऐसे भवन स्वामी जिनके मकान में दो से पांच तक अतिरिक्त कमरे हों, वे इस योजना से जुड़कर अतिरिक्त आय सृजित कर, इसका लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए वह मोबाइल नंबर 7607778924, 7607778926 पर फोन करके योजना के बारे में जानकारी कर सकतें हैं।
Baten UP Ki Desk
Published : 19 July, 2023, 10:54 am
Author Info : Baten UP Ki