बड़ी खबरें

15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे: वायनाड में प्रियंका को 3.5 लाख+ वोट की बढ़त; यूपी की 9 सीटों में भाजपा 7, सपा 2 पर आगे 8 मिनट पहले झारखंड के रुझानों में झामुमो गठबंधन बहुमत पार:41 का बहुमत और 51 सीटों पर बढ़त; पार्टी महासचिव बोले- लोग बांटने आए थे, कट गए 7 मिनट पहले पर्थ टेस्ट दूसरा दिन- भारत को 142 रन की बढ़त:जायसवाल-राहुल ने 96 रन जोड़े, ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन पर ऑलआउट 7 मिनट पहले पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं 5 मिनट पहले

अयोध्या ने वेटिकन और मक्का का तोड़ा रिकॉर्ड, बनी दुनिया की धार्मिक राजधानी

Blog Image

(Special Story) भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अयोध्या अब दुनिया की धार्मिक राजधानी बन गई है। अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक 22 जनवरी यानि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से 10 मार्च तक यहां 1 करोड़ लोग पहुंचे हैं। देखा जाए तो औसतन 2 लाख लोग प्रतिदिन यहां दर्शन पूजन करने आ रहे हैं जो अपने आप में काफी बड़ी संख्या है। देखा जाए तो दुनिया में इतनी बड़ी संख्या में लोग किसी भी धार्मिक स्थल पर नहीं पहुंच रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि अयोध्या के साथ ही यूपी के किन धार्मिक स्थलों पर अधिक संख्या में लोग पहुंच रहे हैं जिससे उत्तर प्रदेश धार्मिक पर्यटन के तौर पर अपनी अलग पहचान बना रहा है।

दुनिया के किन स्थानों पर जाते हैं अधिक लोग- 

अयोध्या में जितने लोग भगवान राम के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं उतने दुनिया में किसी भी धार्मिक स्थल पर नहीं पहुंच रहे हैं। अगर ईसाइयों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल वेटिकन सिटी की बात की जाए तो सालभर में करीब 90 लाख लोग यहां आते हैं। जबकि मुस्लिमों के पवित्र स्थल मक्का में पिछले साल के आंकड़ों पर नज़र डाली जाए तो 1.35 करोड़ लोग यहां पहुंचे थे। आपको बता दें कि दुनियाभर में 240 करोड़ ईसाई आबादी है। जबकि 116 करोड़ हिन्दू रहते हैं।

अयोध्या ने बनाया नया कीर्तिमान-

अयोध्या ने धार्मिक राजधानी के तौर पर दुनिया में नया रिकॉर्ड कायम किया है जिसके मुताबिक यहां पर करीब 2 लाख श्रद्धालु रोज दर्शन करने पहुंच रहे हैं। आइए आंकड़ों पर डालते हैं एक नजर...

अयोध्या में कैसे 5 हजार से पहुंचे 2 लाख श्रद्धालु-

दशकों तक राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद कोर्ट में रहने के बाद साल 2019 में ऐतिहासिक फैसला आया था जिसमें आदेश हुआ कि विवादित जमीन को राम मंदिर निर्माण के लिए दिया जाए। 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। जिसके बाद अयोध्या में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर बनकर तैयार हुआ और 22 जनवरी को रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की गई। राम मंदिर के नीव पूजन के बाद से ही अयोध्या में दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई थी। राम मंदिर ट्रस्ट के आंकड़ों के मुताबिक प्रतिदिन 5 हजार श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचने लगे थे। यह संख्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद तो इस कदर बढ़ी कि 2 लाख प्रतिदिन पहुंच गई। 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई। तब से 48 दिन (22 जनवरी से 10 मार्च तक) में यहां 1 करोड़ लोग दर्शन कर चुके हैं। यूपी पर्यटन विभाग के मुताबिक इस साल तकरीबन 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं। 

ऐसे होती है श्रद्धालुओं की गिनती-

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक राम मंदिर में राम भक्तों की गिनती टेक्नोलॉजी के आधार पर की जाती है। सीसीटीवी कैमरे में कई सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं जिसके माध्यम से आंकड़ों की गिनती की जाती है। प्रतिदिन 14 घंटे राम भक्त रामलला का दर्शन राम मंदिर में करते हैं। एक सामान्य रामभक्त को दर्शन पूजन करने में एक घंटा का समय लगता है। चंपत राय के मुताबिक 48 दिनों में लगभग एक से सवा करोड़ राम भक्तों ने दर्शन पूजन किया है।

यूपी में 4 धार्मिक स्थलों पर हर साल 20 करोड़ श्रद्धालु-

उत्तर प्रदेश में अयोध्या के अलावा भी कई प्रमुख धार्मिक स्थल हैं जहां पर श्रद्धालु बडी संख्या में पहुंच रहे हैं। इनमें काशी-मथुरा और प्रयागराज प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यहां हर साल करीब 20 करोड़ से ज्यादा लोग दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। अगर 5 साल के आंकड़ों पर नज़र डाले तो पता चलता है कि मथुरा-काशी में करीब 10 फीसदी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। 

प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आ सकते हैं 40 करोड़ लोग-

प्रयागराज में इसी साल हुए माघ मेले में करीब 6 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे। यह जिला प्रशासन का आंकड़ा है। हलांकि 2019 के अर्ध कुंभ की बात करें तो करीब 24 करोड़ लोग आए थे। 2025 में यहां महाकुंभ का आयोजन होना है, इसके लिए सरकार ने 2600 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया है। प्रशासन को उम्मीद है कि इस मेले में 40 करोड़ लोग आ सकते हैं। 

अयोध्या में दूसरे-तीसरे चरण का काम शुरू- 

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से उत्तर प्रदेश सरकार ने 2047 तक नव्य अयोध्या बनाने का टारगेट रखा है जिसके तहत 1400 एकड़ में रामायण की थीम पर ग्रीन फील्ड टाउनशिप डेवलप करने का प्लान बनाया गया है। इसके साथ ही 2025 तक अयोध्या एयरपोर्ट का दूसरे एवं तीसरे फेज का काम पूरा कर लिया जाएगा। तब यहां बोइंग प्लेन भी लैंड कर सकेंगे। साथ ही 11 हजार स्क्वायर मीटर में रेलवे स्टेशन का विकास हो रहा। तीन मंजिला टर्मिनल बिल्डिंग बन रही। पहले फेज का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 

अयोध्या में डेढ़ से 2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार-

आपको बता दें कि धार्मिक स्थलों पर बिजनेस मॉनिटरिंग करने वाली एजेंसी ह्युमन कैपिटल सास प्लेटफॉर्म बेटरप्लेस के मुताबिक अयोध्या में अगले 4-5 सालों में डेढ़ से दो लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसके साथ ही अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ यहां जमीन का रेट 10 गुना बढ़ गए हैं। करीब 700 लोगों ने अपने घरों को होम स्टे में बदल दिया है। पिछले 2 साल में करीब 100 होटल बनकर तैयार हुए। 50 से ज्यादा होटलों का कंस्ट्रक्शन भी चल रहा है। 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें