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यूपी के युवा अब ई स्पोर्टस में भी दिखाएंगे अपना दम

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उत्तर प्रदेश के युवा अब ई-स्पोर्टस में भी अपना जलवा दिखा सकेंगे। क्रिकेट , फुटबाल, वालीबाल, हैंडबाल इत्यादि खेलों की अलग-अलग टीमें बनाकर वह इसे ऑनलाइन खेलेंगे। ई-स्पोर्टस को बढ़ावा देने के लिए सिंगापुर की प्रतिष्ठित ऑनलाइन गेमिंग व ई-कामर्स कंपनी  सी मरीना के साथ समझौता एएमयू साइन किया गया है। यह कंपनी ग्रेटर नोएडा में हीरानंदानी ग्रुप के साथ मिलकर ई-स्पोर्टस का बड़ा सेंटर बनाएगी। इसी साल एक टूर्नामेंट भी आयोजित किया जाएगा और यूपी इसकी मेजबानी भी करेगा। आपको बता दें कि खेल नीति में ई स्पोर्टस को शामिल कर इसे बढ़ावा देने वाला यूपी देश का पहला राज्य है। इसके साथ ही यूपी ने खेलसाथी ऐप भी लॉन्च किया है। लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि इस एमओयू से ई-स्पोर्टस के लिए बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चटर तैयार होगा और युवाओं को इसमें आगे बढ़ने के बेहतर अवसर मिलेंगे।

खेल की राजधानी बन रहा यूपी-

अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण नवनीत सहगल ने बताया कि यह पहला मौका है जब वैश्विक ब्रांड मरीना ने यूपी को ई-स्पोर्टस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए चुना है। उन्होंने कहा कि यूपी खेल की राजधानी बन रहा है। खेल साथी ऐप से खिलाड़ियों को प्रदेश में खेल सुविधाओं और योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी मिल रही है। इसके साथ ही लाभार्थी प्रदेश सरकार से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए नामांकन भर सकते हैं। वित्तीय सहायता एवं मासिक पेंशन प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व खिलाड़ियों द्वारा आवेदन किया जा सकता है। राजपत्रित अधिकारी के रूप में सीधी भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश खेल विभाग के अधीन संचालित स्पोर्ट्स कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवेदन किया जा सकता है। छात्रावास आवंटन के लिए आवेदन भी कर सकते हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लाभार्थियों को ऑनलाइन पंजीकरण करने लॉगिन करने एवं उनके अधिवास, खेल व्यवसाय में सहायक होगा।
 

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