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स्पेन के मशहूर टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने गुरुवार को अपने संन्यास की घोषणा की। 22 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले नडाल, जो दुनिया भर में अपनी बेहतरीन खेल शैली और लाल बजरी (क्ले कोर्ट) पर अपनी बादशाहत के लिए जाने जाते हैं, ने सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो पोस्ट कर अपने टेनिस करियर को अलविदा कहने का फैसला किया। डेविस कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ उनका आखिरी मुकाबला होगा।
नडाल का संन्यास: टेनिस में एक युग का अंत-
राफेल नडाल का नाम टेनिस इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शामिल है। अपने करियर में 22 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले नडाल, सिर्फ नोवाक जोकोविच से पीछे हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। नडाल ने अपने करियर में 92 एटीपी एकल खिताब, 36 मास्टर्स टाइटल और एक ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते। विशेष उपलब्धियों में, नडाल उन तीन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने "करियर गोल्डन स्लैम" पूरा किया है। इसके तहत उन्होंने सभी चार ग्रैंडस्लैम के साथ ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक जीता है।
डेविस कप में आखिरी बार खेलते नजर आएंगे-
38 वर्षीय नडाल 19 से 21 नवंबर के बीच मलागा में नीदरलैंड्स के खिलाफ डेविस कप फाइनल में खेलेंगे, जो उनका आखिरी पेशेवर टेनिस मुकाबला होगा। नडाल के साथ रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच को 'फैब थ्री' के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब सिर्फ जोकोविच ही पेशेवर टेनिस में सक्रिय रहेंगे।
चोटों से जूझने के बाद लिया संन्यास का निर्णय-
हाल के कुछ वर्षों में नडाल चोटों से परेशान रहे। यही कारण है कि उन्होंने संन्यास का निर्णय लिया। पिछले दो वर्षों में उनकी चोटों ने उन्हें टेनिस से दूर कर दिया था, और उन्होंने स्वीकार किया कि अब वह बिना सीमाओं के खेल जारी रखने में सक्षम नहीं हैं। इस वर्ष उनका रिकॉर्ड 12-7 रहा और वह आखिरी बार पेरिस ओलंपिक में खेले, जहां उन्हें दूसरे दौर में जोकोविच से हार का सामना करना पड़ा था।
फ्रेंच ओपन: नडाल की बादशाहत-
राफेल नडाल को खासकर फ्रेंच ओपन में उनकी उपलब्धियों के लिए याद किया जाएगा। 2005 में अपने पहले ही प्रयास में फ्रेंच ओपन जीतने के बाद नडाल ने इस टूर्नामेंट पर लगभग एकाधिकार कर लिया। उन्होंने कुल 14 बार फ्रेंच ओपन खिताब जीता। 2005 से लेकर 2022 तक, नडाल ने इस टूर्नामेंट में अद्वितीय प्रदर्शन किया और इसे जीतकर टेनिस जगत में अपनी पहचान स्थापित की।
अन्य प्रमुख जीतें और करियर की उपलब्धियां-
फ्रेंच ओपन के अलावा नडाल ने दो बार ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009, 2022), दो बार विंबलडन (2008, 2010) और चार बार यूएस ओपन (2010, 2013, 2017, 2019) का खिताब भी अपने नाम किया। उनका 2008 का विंबलडन फाइनल मैच, जिसमें उन्होंने रोजर फेडरर को 6-4, 6-4, 6-7(5), 6-7(8), 9-7 से हराया था, टेनिस इतिहास के सबसे बेहतरीन मुकाबलों में से एक माना जाता है।
चोटों के बावजूद खेलते रहे-
नडाल ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार चोटों के बावजूद खेलने की कोशिश की। 2023 में, वह ऑस्ट्रेलियन ओपन में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने किसी तरह फ्रेंच ओपन में शिरकत की, जहां उन्हें पहले दौर में ही हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इस सीजन में मुख्य रूप से क्ले कोर्ट पर ध्यान केंद्रित किया और फ्रेंच ओपन के बाद युगल मुकाबलों में भी हिस्सा लिया।
टेनिस को अलविदा, लेकिन यादें रहेंगी जीवित-
नडाल ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, "पिछले कुछ साल मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं, खासकर पिछले दो वर्ष। मुझे नहीं लगता कि अब मैं सीमाओं के बिना खेल सकता हूं। मैं पेशेवर टेनिस से संन्यास ले रहा हूं, लेकिन मेरी यादें और इस खेल के प्रति मेरा प्यार हमेशा जीवित रहेगा।" राफेल नडाल के संन्यास के साथ टेनिस के एक गौरवशाली युग का अंत हो रहा है। उनकी उपलब्धियां और उनके योगदान को टेनिस जगत कभी नहीं भूलेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 October, 2024, 4:40 pm
Author Info : Baten UP Ki