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शफीकुर्रहमान बर्क का 94 साल की उम्र में निधन, जब पीएम मोदी ने की थी बर्क की तारीफ

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अपनी बयानबाजी के लिए चर्चित यूपी के संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का आज 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने मुरादाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में आखिरी सांस ली। आपको बता दें कि सपा सांसद लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बर्क के निधन के बाद राजनीति जगत के दिग्गज उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जैसा कि आप जानते ही हैं कि बर्क अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते थे। लेकिन शायद ये न जानते हों कि पीएम मोदी ने सदन में बर्क की जमकर तारीफ की थी। जिसके बाद पूरा सदन तालियों से गूंज उठा था।

अखिलेश यादव ने जताया दुख-

अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के निधन पर दुख प्रकट किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें याद करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता कई बार के सांसद साहब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल अत्यंत दुखद है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो।

जब पीएम मोदी ने की बर्क की तारीफ-

आपको बता दें कि डॉ शफीकुर्रहमान बर्क सदन के हर सत्र में मौजूद रहते थे और वो हर मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश में रहते थे। सदन के प्रति उनकी निष्ठा और प्रतिबद्धता को देखते हुए पीएम मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की थी। इसके साथ ही पीएम ने सदन के अन्य सदस्यों को उनसे सीखने की बात कही भी कई थी। आपको बता दें कि पिछले साल केंद्र सरकार ने 5 दिनों के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया था और पीएम सदन के पहले दिन सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा था कि 93 साल की उम्र होते हुए भी सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क इस सदन में बैठे हैं। सदन के प्रति ऐसी निष्ठा हर सदस्य के अंदर होनी चाहिए। इसके बाद पूरा सदन तालियों से गूंज उठा था। 

लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सांसद-

गौरतलब है कि शफीकुर्रहमान लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सांसद थे। शफीकुर्रहमान बर्क चार बार विधायक और पांच बार सांसद रहे हैं। वो पहली बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर 1996 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। वहीं, 2014 के मोदी लहर में भी बर्क बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। 

मुस्लिमों के मुद्दों पर खुलकर रखते थे राय-

अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क अक्सर सुर्खियों में रहते थे। वो सदन के अंदर और बाहर मुस्लिमों के मुद्दों पर अक्सर अपनी राय खुलकर रखते थे। 

राजनीतिक  सफर पर एक नजर-

11 जुलाई 1930 को जन्मे शफीकुर्रहमान बर्क ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के साथ की थी। वो हमेशा मुस्लिम समुदाय की आवाज को उठाते रहे। उन्होंने समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह के साथ मिलकर काम किया। वो समाजवादी पार्टी के फाउंडर मेंबर भी थे। उन्होंने साल 1996, 1998 और 2004 में सपा पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते हुए मुरादाबाद लोकसभा सीट से तीन बार और संभल लोकसभा सीट पर बसपा से 2009 और सपा से साल 2019 में लोकसभा सांसद चुने गए।

 

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