बड़ी खबरें

सेंसेक्स 1500 अंक चढ़कर 75400 के पार पहुंचा:निफ्टी में 500 अंकों से ज्यादा की तेजी, फार्मा और मेटल शेयर सबसे ज्यादा चढ़े 13 घंटे पहले यूपी-बिहार में बारिश-बिजली का कहर, 83 मौतें:10 राज्यों में आंधी-बारिश का अनुमान, कई राज्यों में हीटवेव का अलर्ट 13 घंटे पहले यूपी-बिहार में बारिश-बिजली का कहर, 83 मौतें:10 राज्यों में आंधी-बारिश का अनुमान, कई राज्यों में हीटवेव का अलर्ट 13 घंटे पहले अमेरिका बोला- चीन पर 125% नहीं, 145% टैरिफ:इसमें ड्रग तस्करी के लिए लगी 20% पेनल्टी भी शामिल; अमेरिका में चीनी सामान ढाई गुना महंगा 13 घंटे पहले

अब काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को मिलेगा कॉलेज प्रवक्ता के बराबर वेतन, पदोन्नति और छुट्टी

Blog Image

काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों के लिए खुशखबरी है। अब उनको कॉलेज प्रवक्ता के बराबर वेतन, पदोन्नति के साथ ही  छुट्टियों का भी लाभ मिलेगा। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने पुजारी, कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति की नई सेवा नियमावली तैयार की है। यह नियमावली 40 साल बाद बनाई गई है और देश भर के देवस्थान, मंदिर और ट्रस्ट के लिए नजीर बनेगी। नई सेवा नियमावली में पुजारियों को इंटर कॉलेज के प्रवक्ता के वेतनमान के समान वेतन देने की संस्तुति की गई है। इसके अलावा, पुजारियों को समय-समय पर पदोन्नति का भी प्रस्ताव दिया गया है। राज्य कर्मियों की तरह अर्चकों को ग्रेड व मैट्रिक्स दिया जाएगा। मंदिर में नियुक्त होने वाले कर्मचारी और सेवादारों के लिए भी नियमावली का मसौदा तैयार किया गया है।समिति के प्रमुख सदस्यों में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय, प्रो. ब्रजभूषण ओझा शामिल हैं। न्यास ने नियमावली तैयार करके परीक्षण के लिए मंडलायुक्त के पास भेज दिया है। मंडलायुक्त से परीक्षण के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया जाएगा। 

नई सेवा नियमावली के प्रमुख बिंदु-

पुजारियों को इंटर कॉलेज के प्रवक्ता के वेतनमान के समान वेतन देने की संस्तुति। पुजारियों को समय-समय पर पदोन्नति का प्रस्ताव। राज्य कर्मियों की तरह अर्चकों को ग्रेड व मैट्रिक्स का प्रावधान। मंदिर में नियुक्त होने वाले कर्मचारी और सेवादारों के लिए नई नियमावली का मसौदा काशी विश्वनाथ मंदिर का  एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नियमावली मंदिर के पुजारियों, कर्मचारियों और सेवादारों के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेगी।

पुराने पुजारी और निशुल्क शास्त्री को मिलेगा अवसर-

न्यास अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय के मुताबिक नई सेवा नियमावली लागू होने के बाद भी पुराने पुजारी व निशुल्क शास्त्री को अवसर दिया जाएगा। पुराने पुजारियों को नई नियमावली का लाभ मिलेगा और निशुल्क शास्त्री के साक्षात्कार के बाद मानित पुजारी के रुप में नियुक्त किया जाएगा।

18 महीने पहले भी बनी थी सहमति-

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का प्रदेश शासन की ओर से वर्ष 1983 में अधिग्रहीत किया गया था चार दशक में भी सेवा नियमावली न बनने से नियुक्ति, वेतनमान व सेवानिवृत्ति  पर मिलने वाली राशि पर सवाल उठते रहे हैं। इसे दूर करने के प्रयास तो कई बार किए गए। लेकिन हर बार कवायद  फाइलों में दबी रह गई। 18 महीने पहले न्यास की 102वीं बैठक में सेवा नियमावली तैयार करने पर सहमति बनी थी। इसका प्रारूप तय करने के लिए 16 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया था।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें