गोरखपुर, जिसे ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा संगम कहा जाता है, अब अपने पर्यटन मानचित्र पर एक और चमकदार सितारा जोड़ने के लिए तैयार है। रामगढ़ ताल की लहरों से लेकर गोरखनाथ मंदिर की आध्यात्मिक गूंज तक, इस शहर ने हमेशा अपने आगंतुकों को खास अनुभव दिया है। अब, गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) एक विश्वस्तरीय वाटर पार्क बनाने जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक मनोरंजन स्थल बनने का दावा करता है। यह परियोजना न केवल शहर के मनोरंजन के स्तर को बढ़ाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन में भी नई जान फूंकेगी।
गर्मी की छुट्टियों में बढ़ी पर्यटकों की आमद-
गोरखपुर पर्यटन के मामले में तेजी से उभर रहा है। रामगढ़ ताल के लेजर लाइट शो, क्रूज राइड, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, और चिड़ियाघर जैसी सुविधाओं के कारण शहर में पर्यटकों की आमद बढ़ी है। गर्मियों की छुट्टियों के दौरान बड़ी संख्या में लोग यहां की खूबसूरती का आनंद लेने आते हैं। 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक 3000 से अधिक विदेशी पर्यटक गोरखपुर आए। वहीं, 2023 में कुल 28 लाख पर्यटक शहर में आए थे। लेकिन मनोरंजन के क्षेत्र में वाटर पार्क की कमी महसूस की जा रही थी।
वर्ल्ड क्लास वाटर पार्क का निर्माण-
गोरखपुर विकास प्राधिकरण 10 एकड़ भूमि पर एक अत्याधुनिक वाटर पार्क का निर्माण करने की तैयारी में है। यह परियोजना देवरिया बाइपास और फोर लेन के किनारे ताल कंदला क्षेत्र में बनाई जाएगी। इसे उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वाटर पार्क कहा जा रहा है। इस पार्क में पर्यटकों के लिए स्लाइड्स, थ्रिलिंग राइड्स, और किड्स फ्रेंडली जोन जैसी विशेष सुविधाएं उपलब्ध होंगी। फूड कोर्ट, आकर्षक एक्सेस रोड्स और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर डिजाइन की गई सुविधाएं इसे खास बनाएंगी।
पर्यटकों की सुविधा पर खास ध्यान-
वाटर पार्क तक आसानी से पहुंचने के लिए कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी जा रही है। इसे गोरखपुर-लखनऊ, गोरखपुर-कुशीनगर, और गोरखपुर-वाराणसी मार्ग से जोड़ा जाएगा। यह स्थान प्राकृतिक दृष्टि से भी बेहद सुंदर होगा, जो पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव देगा।
सुरक्षा और हाइजीन के आधुनिक मानक-
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन सिंह ने बताया कि वाटर पार्क में सुरक्षा, हाइजीन और भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसे ऐसा डिजाइन किया जाएगा कि यह सभी आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करे। पार्क का संचालन GDA खुद करेगा और भविष्य में इसे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर भी संचालित किया जा सकता है।
सर्किट हाउस रोड पर पुराने वाटर पार्क का विकल्प-
गोरखपुर के सर्किट हाउस रोड पर स्थित "नीर निकुंज" वाटर पार्क चार साल पहले बंद हो गया था। इसके बाद गोरखपुरवासियों को वाटर पार्क का लुत्फ उठाने के लिए लखनऊ और कानपुर जाना पड़ता था। अब इस नए प्रोजेक्ट के जरिए शहर में वाटर पार्क की कमी पूरी होगी।
पर्यटन और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा-
गोरखपुर में प्रस्तावित यह वाटर पार्क पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय निवासियों के लिए मनोरंजन का बड़ा केंद्र बनेगी, बल्कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय व्यवसाय, होटल, और अन्य सेवाओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
भविष्य में बड़े प्रोजेक्ट की संभावनाएं-
इस वाटर पार्क के पास कई निजी और सरकारी आवासीय प्रोजेक्ट्स भी शुरू होने की संभावना है। यह क्षेत्र धीरे-धीरे एक प्रमुख पर्यटन और रियल एस्टेट हब के रूप में उभर सकता है।
गोरखपुर का नया आकर्षण केंद्र-
GDA का दावा है कि यह परियोजना गोरखपुर को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने में सहायक होगी। यह वाटर पार्क स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन अनुभव लेकर आएगा। आने वाले समय में यह प्रोजेक्ट गोरखपुर के आर्थिक और पर्यटन विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है। गोरखपुर के निवासियों और पर्यटकों को अब इंतजार है इस आधुनिक और शानदार वाटर पार्क के उद्घाटन का, जो गर्मियों की छुट्टियों को और भी खास बना देगा।