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(Special Story) देश भर में भर में आज महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि शहीद दिवस के रूप में मनाई जा रही है। उन्हें राष्ट्रपिता के रूप में भी जाना जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मानव इतिहास के सर्वश्रेष्ठ महापुरुषों में एक हैं। उन्होंने भारत को ब्रिटिश शासन से आजाद कराने के लिए अहिंसा के मार्ग पर चलकर कई आन्दोलन और लड़ाई लड़ी थी। तो आइए महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनके द्वारा किए गए कार्यों को विस्तार से जानते हैं....
फीनिक्स आश्रम की स्थापना की-
आपको बता दें कि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर जिले के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गांधी एवं उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। गांधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। लोग उन्हें प्यार से बापू गांधी भी कहते थे। उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद इंग्लैंड से वकालत की पढ़ाई की। इसके बाद महात्मा गांधी ने उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने 1904 में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में फीनिक्स आश्रम की स्थापना की। गांधीजी ने समाजवादी पद्धति में सहकारी संस्था के रूप में इस आश्रम की स्थापना की थी। फीनिक्स आश्रम की स्थापना का मकसद था कि हर सदस्य को तीन एकड़ जमीन दी जाए और उस पर खेती की जाए। साथ ही अनुपस्थित भूस्वामियों के एक नए वर्ग के उद्भव को रोकना था।
नमक पर टैक्स के विरोध में शुरु की थी दांडी यात्रा
देश को आजाद कराने में बापू का महत्वपूर्ण योगदान रहा। बापू ने देश को आजाद कराने में न सिर्फ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि इसमें सफल भी रहें । महात्मा गांधी ने 1915 में भारत लौटने के बाद भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अहिंसा के मार्ग पर चलना शुरू कर दिया। बापू ने सत्य और अहिंसा के पथ पर चलकर देशहित में कई कार्य किए और ‘अहिंसा परमो धर्म' का संदेश दिया। 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने नमक पर टैक्स लगाने के अंग्रेजों के फैसले के खिलाफ अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा की शुरुआत की।
यह एक ऐसा वक्त था, जब देश आजादी के लिए अंगड़ाई ले रहा था। एक तरफ भगत सिंह जैसे युवा नेताओं ने अंग्रेजों की नाक में दम किया हुआ था और दूसरी तरफ महात्मा गांधी अहिंसात्मक आंदोलन के जरिए अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ने निकल पड़े। इसके तहत समुद्र के किनारे बसे एक गांव दांडी तक 24 दिन की लंबी यात्रा की गई। यहां पहुंचकर गांधीजी के नेतृत्व में हजारों लोगों ने अंग्रेजों ने नमक कानून को तोड़ा। यह एक अहिंसात्मक आंदोलन और पद यात्रा थी। इसलिए, देश की आजादी के इतिहास में दांडी यात्रा का खास महत्व दिया जाता है।
1948 को नाथूराम गोडसे ने की थी बापू की हत्या
आपको बता दें कि बापू गांधी की मृत्यु से ठीक एक साल पहले 1947 को देश आजाद हुआ। उन्होंने भारत की आजादी, विकास और समृद्धि के लिए अपना जीवन तक बलिदान कर दिया। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गांधी जी के इस बलिदान की याद में और उन्हें सम्मान देने के लिए हर साल 30 जनवरी का दिन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन उन सभी शहीदों को भी याद किया जाता है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए। आज बापू की वजह से ही हम सब आजाद हवा में सांस ले रहे हैं। गांधी जी के साधारण व्यक्तित्व और साधना पूर्ण जीवन ने सिर्फ भारत को ही नहीं, बल्कि विश्व को शांति, अहिंसा और सद्भाव का रास्ता दिखाया। बापू का जीवन, संघर्ष, कार्य और योगदान ऐसे रहें कि शायद ही किसी लेखक ने अपनी कलम उनके जीवन पर न चलाई हो। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर पूरा देश आज बापू को याद कर रहा है।
सीएम योगी ने अर्पित की श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने लखनऊ के हजरतगंज में महात्मा गांधी की प्रतिमा को माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि विनम्र अर्पित की। इस दौरान सीएम योगी ने 15 मिनट तक जीपीओ पर गांधी प्रतिमा के पास बैठकर स्कूल के बच्चों के द्वारा दी गई। राम भजन की प्रस्तुति को सुना। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल मौजूद रहीं।
साथ ही सीएम योगी ने महात्मा गांधी को याद करते हुए अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा कि' मानवता के अप्रतिम प्रतीक, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! पूज्य बापू के विचार 'एक भारत- श्रेष्ठ भारत' और 'आत्मनिर्भर भारत' के संकल्प की सिद्धि का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उनकी शिक्षाओं में रामराज्य और विश्व शांति की कामना का भाव अंतर्निहित है।'
PM मोदी और राष्ट्रपति ने किया नमन
इस बीच पीएम मोदी ने भी राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि देकर उनका नमन किया। इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर के महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देता हूं। साथ ही मैं उनका भी नमन करता हूं, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। उनके बलिदान हमें देश के लोगों की सेवा और उनके लक्ष्यों को पूरा करने की प्रेरणा देते हैं।
-अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 30 January, 2024, 11:12 am
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