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17 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस के नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम् का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने तमिल भाषा समझने वाले लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए भाषिणी नाम के एआई टूल का इस्तेमाल किया। जिसके बाद से हर किसी के मन में भाषिणी और एआई टूल्स को लेकर काफी जिज्ञासा देखी जा रही है। आपको बता दें कि भारत एआई को लेकर काफी एक्टिव है। बीते कुछ दिनों पहले ही नई दिल्ली के भारत मंडपम में ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जीपीएआई) शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस दौरान भी पीएम ने कई ऐसे एआई टूल्स के बारें में बात की थी। जो भारत या किसी देश के लिए गेम चेंजर्स साबित हो सकते हैं और ऐसे ही कुछ टूल्स के बारे में आपको बताएंगे। तो आइये जानते हैं।
1. भाषिणी ऐप
भाषिणी असल में देश की अलग-अलग भाषाओं को समझने, बोलने और सुनने का एक ऑनलाइन जरिया है। यह टूल एआई बेस्ड लैंग्वेज ट्रांसलेशन सिस्टम पर काम करता है। जिसकी मदद से कई भारतीय भाषाओं को ट्रांसलेट करने की सुविधा मिलती है। भाषा दान नाम की रिपॉज़िटरी यानी स्टोरेज पोर्टल के साथ मिलकर भाषिणी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग भाषाओं से जुड़े इनपुट इकट्ठे किये जाते हैं। इसी इनपुट के साथ एक बड़ा डेटाबेस तैयार होता है। इस डेटाबेस का इस्तेमाल कर एआई को ट्रेनिंग दी जाती है और यूजर्स को बेहतर सुविधा प्रोवाइड की जाती है। जिससे यूजर्स आसानी से अपनी लोकल भाषा में दूसरी भाषाओं समझ सके। इस ऐप को पीएम मोदी ने साल 2022 में गुजरात में डिजिटल इंडिया सप्ताह के उद्घाटन के दौरान पेश किया था। इसे अलग-अलग भाषाओं को समझने वालों के बीच बातचीत में बाधा को दूर करने के उद्देश्य से लाया गया है। यह एआई-इनेबल ट्रांसलेशन टूल 22 भाषाओं को ट्रांसलेट कर सकता है। आप आसानी से इस ऐप को अपने फोन में डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सुविधा एंड्रॉइड और आईओएस ऐप के साथ मौजूद है।
2. E-mitra
कृषि प्रधान देश भारत में बीते दिनों किसानों के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट किसान ई-मित्र को लांच किया गया है। ई-मित्र प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ा है। इसके जरिये किसानों को इस योजना से जुड़े सवालों के जवाब तुरंत मिलेंगे। सबसे खास बात इससे मिलने वाले जवाब बिलकुट स्पष्ट और सटीक होंगे। इसके जरिये किसानों को पीएम किसान योजना के लिए उनके एप्लीकेशन का स्टेटस, किस्त भुगतान, पात्रता समेत कई जरूरी अपडेट्स मिलेंगे। इसकी मदद से किसान अपना नंबर, जमीन से जुड़ी जानकारी और नया विवरण भी अपडेट कर सकते हैं। किसान इस टूल से लिखकर या बोलकर सवाल पूछ सकते हैं। यह टूल कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट या मोबाइल के जरिये 24 घंटे उपलब्ध रहता है। यह चैटबॉट अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, उड़िया और तमिल जैसी छह भाषाओं में उपलब्ध है लेकिन जल्द ही ये देश की 22 भाषाओं में उपलब्ध होगा।
3. Qure.ai
वहीं 12 से 14 दिसंबर तक आयोजित हुए जीपीएआई शिखर सम्मेलन के दौरान इमेजिंग तकनीक के लिए स्टार्टअप Qure.ai ने एआई गेमचेंजर अवार्ड्स में पहला पुरस्कार हासिल किया। आपको बता दें कि Qure.ai हेल्थ सेक्टर में AI का यूज करके एक्स-रे, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड के चित्रों को बेहतर और तेजी से समझने में मदद करता है। यह चेस्ट एक्स-रे की व्याख्या करके तुरंत फेफड़ों से जुड़ी लगभग 30 बिमारियों का पता लगा सकता है। इससे डॉक्टरों को तुरंत पता लगाने में मदद मिलती है कि मरीजों के साथ क्या हो रहा है और उनका तेजी से इलाज करते हैं। कुल मिलाकर Qure.ai दुनिया भर के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा को आसान और सस्ता बना रहा है।
4. वायसा Wysa
सुसाइड कंट्री के नाम से जाने जाने वाले भारत देश में मानसिक स्वास्थ्य उपकरण के तौर पर Wysa नाम का एक AI-आधारित चैटबॉट भी बनाया गया है। यह मानसिक समस्यायों से ग्रसित लोगों को मुफ़्त में सलाहकारी चैट की सुविधा प्रदान करता है। Wysa लोगों को बेहतर महसूस कराने के लिए संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, ध्यान, श्वास, योग और प्रेरक साक्षात्कार (Motivational interview) जैसी टेक्नीक का यूज करता है। इसके जरिये लोगों को तनाव कम करने और सोचने के तरीके में पॉजिटिव बदलाव करने में मदद मिलती है।
5. AIRAWAT-ai
बीते दिनों जर्मनी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग सम्मेलन (आईएससी 2023) के 61वें संस्करण में भारत के AI सुपरकंप्यूटर AIRAWAT को दुनिया शीर्ष 500 वैश्विक सुपरकंप्यूटिंग सूची में 75वां स्थान दिया गया है। महाराष्ट्र के पुणे, कंप्यूटिंग विकास केंद्र (सी-डैक) में स्थापित, AIRAWAT सुपरकंप्यूटर 13,170 टेराफ्लॉप (रिपीक) की गति के साथ भारत का सबसे बड़ा और तेज़ सुपरकंप्यूटर है। इस AI सिस्टम को सरकार ने National Artificial Intelligence (AI) Programme के भाग के रूप में स्थापित किया था। आपको बता दें कि AI सुपर कंप्यूटर अल्ट्राफास्ट प्रोसेसर हैं। जिसमें बड़ी मात्रा में डेटा का प्रबंधन और interpretation किया जा सकता है।
-कोमल
Baten UP Ki Desk
Published : 19 December, 2023, 4:11 pm
Author Info : Baten UP Ki