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अब यूपी में AI की मदद से बनेंगे सभी तरह के प्रमाण पत्र

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हमारे रोजमर्रा के जीवन में AI यानी आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है। ये तकनीक हमारे कई कामों को आसान भी बना रही है। लखनऊ की सदर तहसील को ही लीजिए  जहां अब आर्टीफीशियल इंटलीजेंस की मदद से आय, जाति और हैसियत प्रमाणपत्रों का निस्तारण फटाफट किया जा रहा है। AI तकनीक की मदद से कम समय में ही सैकड़ों प्रमाणपत्रों का निस्तारण संभव हो पा रहा है। शुक्रवार को समीक्षा बैठक में जब सदर एसडीएम अंकित शुक्ला ने  राज्यमंत्री राजस्व अनूप पांडेय को इस तकनीक की मदद से निपटाए जा रहे कामों के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने इसे पूरे प्रदेश की तहसीलों में लागू कराने की बात कही।

AI की मदद से कैसे हुआ काम आसान-

सदर एसडीएम ने बताया कि अब प्रमाणपत्र में रिपोर्ट लगते ही संबंधित अधिकारी के पास अलर्ट चला जाता है। इससे प्रमाणपत्र जारी करने में देरी नहीं हो रही है। यही वजह है कि सदर तहसील में आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र के समय सीमा के ऊपर के प्रकरण खत्म हो गए हैं। बैठक में मौजूद जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया की कोर्ट के आदेश के बिना पैमाइश पर रोक लगाई गई है। धारा 24 के वाद दाखिल कराने के बाद 24 घंटे के भीतर प्रारंभिक आदेश जारी कर दिया जाता है। जिले में पांच साल से ऊपर के 1348 वाद लंबित हैं। जिसमें अधिकतर ऐसे वाद है जो रिमांड होकर आए हैं। 

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