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आज दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने की खबर ने यूजर्स को भारी परेशानी में डाल दिया है। इस तकनीकी समस्या का असर ऑस्ट्रेलिया से लेकर जर्मनी और भारत तक देखने को मिला, जहां लाखों यूजर्स अपने महत्वपूर्ण कामों में बाधा का सामना कर रहे हैं।
इन देशों में ठप हुआ माइक्रोसॉफ्ट सर्वर-
Microsoft आउटेज आज सुबह से शुरू हुआ। इसका असर भारत, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, जापान, स्पेन, सिंगापुर समेत कई कंपनियों, एयरलाइनों, बैंकों और सरकारी कार्यालयों के कामकाज को प्रभावित किया है।
दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों में कामकाज प्रभावित-
माइक्रोसॉफ्ट सर्वर का पूरी दुनिया में ठप होने की वजह से एयरलाइंस से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियों का कामकाज बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है। न्यूज चैनल ऑफ एयर होने से लेकर फ्लाइट मैनेजिंग तक में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि किन देशों में माइक्रोसॉफ्ट आउटेज (Microsoft Outage) का अधिक असर है और भारतीय कंपनियां इससे कितना प्रभावित हैं।
ब्रिटिश समाचार चैनल का बंद हुआ लाइव प्रसारण-
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं। कई एयरपोर्ट पर चेक-ईन सेवाएं बंद हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा अमेरिकी एयरलाइंस सर्विस पर असर पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने आपातकाल बैठक बुलाई है। ब्रिटिश समाचार चैनल स्काई न्यूज पर लाइव प्रसारण बंद हो चुका है।
जर्मनी के बर्लिन एयरपोर्ट से विमानों के टेकऑफ बंद-
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी के बर्लिन एयरपोर्ट से विमानों के टेकऑफ बंद है। वहीं, एयरपोर्ट पर विमान सेवा रोक दी गई है। दुनिया के साथ-साथ इस आउटेज का असर भारत की एयरलाइंस पर देखने को मिला।
भारतीय एयरलाइंस की सेवाएं हुईं प्रभावित-
माइक्रोसॉफ्ट की बीएसओडी प्रॉब्लम का असर देश भर की कई एयरलाइंस कंपनियों पर भी पड़ा है। इंडिगो, अकासा और स्पाइसजेट एयरलाइंस के चेक इन सिस्टम डाउन हो गए हैं। दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 पर सर्वर डाउन का असर पड़ा है।
एयरपोर्ट पर यात्रियों को दिए गए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास-
हैदराबाद एयरपोर्ट पर इंडिगो स्टाफ ने तत्काल फ्लाइट्स के लिए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी किए हैं। वहीं, भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर यात्रियों को हाथ से लिखे हुए बोर्डिंग पास जारी किए गए। भारतीय एयरलाइन इंडिगो ने कहा है कि तकनीकी खराबी की वजह से विमान सेवाएं प्रभावित हुई है। कई विमानन कंपनियों के फ्लाइट उड़ान नहीं भर पा रही हैं।
लखनऊ एयरपोर्ट ने जारी की एडवाइजरी-
माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर शुक्रवार को ठप हो गया। सर्वर में आई खराबी के बाद बैकिंग से लेकर एयरलाइन और रेलवे जैसी सेवाएं प्रभावित हुईं। लखनऊ एयरपोर्ट) अपने एक्स हैंडल के माध्यम से एडवायजरी जारी की है। लिखा कि हम सबकुछ सही करने के लिए एयरलाइंस के साथ काम कर रहे हैं। कृपया अधिक जानकारी के लिए अपनी संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करें।
क्यों ठप हुआ माइक्रोसॉफ्ट सर्वर
दुनिया भर में लाखों माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एरर का अनुभव कर रहे हैं। इसके कारण लोगों का सिस्टम अचानक बंद हो जा रहा है या फिर अपने आप चालू हो जा रहा है। इसके खराबी के पीछे का कारण कंपनी ने क्राउडस्ट्राइक अपडेट को बताया है। ग्लोबर साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक हाल ही में अपडेट लेकर आया है, जिसे बाद से ही यूजर्स को विभिन्न Microsoft 365 ऐप समेंत दूसरी सेवाओं का इस्तेमाल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट ने दी प्रतिक्रिया-
ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी Microsoft ने अब इस खामी पर कहा है कि थर्ड-पार्टी सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म के अपडेट रोलआउट के चलते विंडोज सिस्टम के प्रभावित हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।”
इन व्यवसायों पर असर
इस आउटेज ने कई व्यवसायों को भी प्रभावित किया है, जो माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं पर निर्भर हैं। बैंकिंग, स्वास्थ्य, और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी कामकाज ठप हो गया। इसके कारण कई महत्वपूर्ण मीटिंग्स, डेटा एक्सचेंज, और अन्य ऑनलाइन गतिविधियां स्थगित करनी पड़ीं।
यूजर्स की प्रतिक्रिया-
सर्वर ठप होने की खबर से यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी और चिंता व्यक्त की। ट्विटर पर #MicrosoftDown हैशटैग ट्रेंड करने लगा, जहां लोग अपने अनुभव और समस्याओं को साझा कर रहे हैं।
क्या हैं संभावित कारण?
अभी तक इस समस्या के पीछे का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड यूनिट Azure ने बताया कि दुनियाभर में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रही वर्चुअल मशीन इस आउटेज के चलते प्रभावित हुई हैं। CrowdStrike Falcon एजेंट बार बार रिस्टार्टिंग स्टेट पर स्विच हो रहा है, जिससे यह प्रोब्लम आ रही है। माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउट यूनिट इस पर काम कर रही है। इसके साथ ही यूजर्स को परेशानी न हो इसके लिए सुरक्षित ऑप्शन खोजे जा रहे हैं।
नतीजे और भविष्य की रणनीति-
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि डिजिटल युग में तकनीकी सेवाओं की निर्भरता कितनी बढ़ गई है। माइक्रोसॉफ्ट को इस समस्या से उबरने के बाद अपनी सेवाओं को और मजबूत और भरोसेमंद बनाने की दिशा में कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
Baten UP Ki Desk
Published : 19 July, 2024, 3:42 pm
Author Info : Baten UP Ki