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चंद्रयान-3 पर ताजा अपडेट ये है कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने आज सुबह ट्वीट कर जानकारी दी है कि चंद्रयान-3 का ‘प्रज्ञान’ रोवर विक्रम लैंडर से नीचे उतर गया है और उसने चांद की जमीन पर सैर भी की है। इससे पहले आइए जानते भारत कैसे इस मुकाम तक पहुंचा और आगे क्या करने वाला है प्रज्ञान।
वो शाम जब सांसे थम सी गईं-
जी हां हम बात कर रहे हैं 23 अगस्त यानी कल शाम की जब मानों सभी की सांसें थम सी गईं थी कि अब क्या होने वाला हैं क्योंकि पहले की घटना से दिल के किसी कोने में एक भय तो था ही कि कहीं कुछ अनहोनी न हो जाए। 5 बजकर 44 मिनट से भारत सहित दुनियाभर के लोग चांद की ओर टकटकी लगाए थे। लेकिन सारी आशंकाओं को किनारे करते हुए वो समय भी आ गया जब 6 बजकर 4 मिनट पर भारत का चंद्रयान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर गया। इसके साथ ही चांद के सबसे मुश्किल इलाके में लैंड करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया। भारतीय अंतरिक्ष संस्थान केंद्र (ISRO) का मिशन मून कामयाब रहा। ISRO की तीसरी कोशिश रंग लायी। ISRO के यूट्यूब चैनल पर बुधवार से लेकर आज सुबह तक करीब 7 करोड़ लोग लैंडिंग का टेलीकास्ट देख चुके हैं।
चांद पर सकुशल पहुंचते ही क्या भेजा संदेश-
चांद पर सकुशल पहुंचते ही चंद्रयान-3 ने संदेश भेजा- ' भारत, मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं। और आप भी।' इस कामयाबी पर इस साउथ अफ्रीका से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई देकर कहा- चंदा मामा बहुत दूर के कहा जाता था। अब बच्चे कहेंगे कि चंदा मामा बस एक टूर के।
भारत की तीसरी कोशिश हुई कामयाब-
भारत ने 2008 में चंद्रयान-1 के जरिए चांद पर पानी खोजा। इसके बाद 2019 में चंद्रयान-2 चांद के करीब पहुंचने में कामयाब रहा, लेकिन लैंड नहीं कर पाया जिससे भारतीयों को काफी निराश होना पड़ा। लेकिन साल 2023 में चंद्रयान-3 चांद पर लैंड कर गया। चंद्रयान-3 ने बुधवार शाम 5 बजकर 44 मिनट पर लैंडिंग प्रोसेस शुरू किया। इसके बाद अगले 20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से 25 किमी का सफर पूरा किया। शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद पर पहला कदम रख चांद पर भारत का नाम लिख इतिहास रच दिया।
प्रज्ञान रोवर ने की चांद पर सैर-
चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर बाहर आ गया है और उसने चांद की सैर की। ISRO ने विक्रम लैंडर के चांद पर कदम रखने के 14 घंटे यानी आज सुबह 8:31 बजे सोशल मीडिया पोस्ट करके ये जानकारी दी।
अगले 14 दिन बहुत अहम-
इससे पहले ISRO के डायरेक्टर एस. सोमनाथ ने कहा- अगले 14 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्रज्ञान हमें चांद के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। हमारे कई मिशन कतार में हैं। जल्द ही सूर्य पर आदित्य एल-1 भेजा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गगनयान पर भी काम जारी है।
Baten UP Ki Desk
Published : 24 August, 2023, 9:46 am
Author Info : Baten UP Ki