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यूपी में अब वक्फ संपत्तियां खोजेगा आईआईटी कानपुर ?

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यूपी में वक्फ संपत्तियों को खोजने के लिए अब आईआईटी कानपुर की मदद ली जाएगी। वैज्ञानिक पूरे राज्य में जीआईएस और जीपीएस की मदद से सर्वे करके डिजिटल मैप तैयार करेंगे। इससे इन संपत्तियों पर भविष्य की कार्य योजना तैयार हो सकेगी और इसके अलावा इनको कब्जा मुक्त भी रखा जा सकेगा। ये सर्वे यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ कमेटी के निर्देश पर चल रहा है। यूपी के कई जिलों में सर्वे का काम शुरू हो चुका है। राज्य में हजारों संपत्तियां वक्फ की हैं जिसमें कुछ खाली हैं तो कुछ पर अवैध कब्जा है। जानकारी ना होने पर इन संपत्तियों का प्रयोग मदद या आय के तौर पर नहीं हो पा रहा है।

वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की होगी डिजिटल मैपिंग-

वक्फ संपत्तियों की यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड एक डिजिटल मैप तैयार करा रहा है। इसे बनाने की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक प्रोफेसर जावेद मलिक और उनकी टीम को दी गई है। इस सर्वे के तहत टीम डिजिटल मैप में मस्जिद दुकान घर और कृषि भूमि को चिन्हित करेगी और डिजिटल मैप तैयार कर बोर्ड को सौंपेगी। वक्फ की संपत्तियां कानपुर समेत अन्य जिलों में हैं इन्हें तलाशने के लिए टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है। प्रोफेसर जावेद मलिक ने बताया कि पहले चरण में कानपुर, मेरठ, आगरा प्रयागराज, झांसी, मिर्जापुर और चित्रकूट में मौजूद वक्फ संपत्तियों का विवरण जुटा कर मैपिंग की जाएगी। 

अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है GISऔर GPS-

आईआईटी वैज्ञानिकों के मुताबकि GIS तकनीक में रिमोट सेंसिंग एरियल फोटोग्राफी और डिजिटल मैचिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है। इसमें गणित और सांख्यिकी के अलावा कंप्यूटर ग्राफिक्स प्रोग्रामिंग और डाटा प्रोसेसिंग से भी प्रयोग किया जाता है। वही जीपीएस में सेटेलाइट के माध्यम से लोकेशन पता चलती है। इन दोनों अत्याधुनिक तकनीकों के जरिए मैपिंग का काम किया जाएगा। 

 

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