बड़ी खबरें

15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे: वायनाड में प्रियंका को 3.5 लाख+ वोट की बढ़त; यूपी की 9 सीटों में भाजपा 7, सपा 2 पर आगे 2 घंटे पहले झारखंड के रुझानों में झामुमो गठबंधन बहुमत पार:41 का बहुमत और 51 सीटों पर बढ़त; पार्टी महासचिव बोले- लोग बांटने आए थे, कट गए 2 घंटे पहले पर्थ टेस्ट दूसरा दिन- भारत को 142 रन की बढ़त:जायसवाल-राहुल ने 96 रन जोड़े, ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन पर ऑलआउट 2 घंटे पहले पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं 2 घंटे पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध एक घंटा पहले

दुश्मनों को घर में घुसकर मारेगा आत्मघाती ड्रोन, IIT कानपुर ने किया तैयार

Blog Image

IIT कानपुर ने AI तकनीक से लैस एक ऐसा ड्रोन तैयार किया है जिसे दुश्मन का रडार भी पकड़ नहीं सकेगा। यह आत्मघाती ड्रोन भारतीय सीमा से 100 किमी की दूरी तय कर वार करेगा। यह ड्रोन 100 किमी की रेंज में दुश्मन के किसी भी ठिकाने को तबाह करने में सक्षम है। 100 किलोमीटर पहुंचने में इसे 40 मिनट का समय लगेगा। इस ड्रोन की कई खूबियां हैं। यह ड्रोन अपने साथ 6 किलो वॉरहेड यानी विस्फोटक ले जाने में सक्षम है। बताया जा रहा है कि इस ड्रोन को बनाने में स्टेल्द तकनीक का इस्तेमाल हुआ है जिसकी वजह से यह ड्रोन रडार की पकड़ में नहीं आ सकेगा। एयरोस्पेस डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर सुब्रमण्यम सादरला के मुताबिक अगले 6 महीने ड्रोन को लेकर कुछ और परीक्षण होंगे ताकि ड्रोन सही तरीक से आंकलन कर सके।

पूरी तरह से स्वदेशी है ड्रोन की डिजाइन-
 
IIT कानपुर के प्रोफेसर सादरला के मुताबकि इस ड्रोन को DRDO के डीवाईएसएल प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है। इस पर पिछले एक साल से काम चल रहा था। उन्होंने बताया कि इसकी डिजाइन पूरी तरह से स्वदेशी है। इसे तीनों सेनाओं की जरूरत के हिसाब से बनाया गया है। ड्रोन में लगे अत्याधुनिक कैमरे इन्फ्रारेड सेंसर से जुड़े हैं। 2 मीटर लंबा फोल्डेबल फिक्स्ड विंग इस ड्रोन की खासियत है। इस ड्रोन को कैटपल्ट या कैनिस्टर लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकेगा। मतलब कि वहां से इसको उड़ाया जा सकेगा। 

AI तकनीक से लैस है ड्रोन-

प्रोफेसर सादरला ने बताया कि अगर दुश्मन अपने इलाके में GPS ब्लॉक कर देते हैं बावजूद इसके  यह टारगेट का सटीक अनुमान लगा लेगा। क्योंकि यह ड्रोन पूरी तरह से AI तकनीक पर काम करेगा। AI ड्रोन को विजुअल गाइडेंस की मदद प्रदान करेगा। इसके साथ ही यह ड्रोन बैटरी से चलेगा और ड्रोन लॉन्च करने के 40 मिनट में 100 किलोमीटर रेंज में दुश्मन पर कहर बरपाने में सक्षम है। यह ड्रोन खुद फैसला लेने में सक्षम है। हलांकि इसके साथ ही एक दूसरा विकल्प भी मौजूद रहेगा।

 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें