आज नई दिल्ली में दो दिवसीय ग्लोबल इंडिया एआई समिट कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। इस कार्यक्रम की मेजबानी इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा की जा रही है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और एआई से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर बातें की।
एआई टेक्नोलॉजी से उत्पन्न खतरों से जागरूकता-
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एआई टेक्नोलॉजी से उत्पन्न होने वाले नए खतरों और चुनौतियों के बारे में बढ़ती वैश्विक जागरूकता पर जोर दिया, और उन्होंने कहा कि ऐसी चुनौतियों का समाधान केवल सामूहिक वैश्विक प्रयासों से ही संभव है। उन्होंने कहा कि, "हाल के आम चुनावों में, हमने देखा है कि गलत सूचना और फर्जी खबरें कितनी बड़ी चुनौतियां थीं। लेकिन अब न केवल भारत, बल्कि दुनिया एआई से उभरते खतरों और जोखिमों के प्रति जागरूक हो रही है।
समाज एआई की चुनौतियों को दे रहा जबाव-
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि समाज इन चुनौतियों का व्यवस्थित और सुविचारित तरीके से जवाब दे रहे हैं, और उन्होंने यूरोप, अमेरिका, ब्रिटेन के साथ-साथ एआई पर सामान्य भागीदारी (जिसमें भारत प्रमुख अध्यक्ष है) जैसे मंचों पर चल रहे प्रयासों का हवाला दिया।
भारतीय एआई मिशन की होगी लॉन्चिंग-
वैष्णव ने इस साल कैबिनेट द्वारा मंजूरी पाने वाले भारतीय एआई मिशन के बारे में भी बताया, जिसे अगले 2-3 महीनों में लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने एआई के सामाजिक और प्रौद्योगिकीकी उपयोग के संभावनाओं का भी जिक्र किया, और फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के खिलाफ सावधानी बरतने की जरूरत को भी महसूस कराया।
भारत एआई से सुरक्षा के लिए खोजेगा उपाय
एआई पर विनियमन और सुरक्षा के उपायों के बारे में वैष्णव ने कहा कि चर्चा जारी है और किसी भी कानूनी कार्रवाई से पहले राजनीतिक सहमति की आवश्यकता होगी। उन्होंने सामाजिक जागरूकता की महत्वपूर्णता पर भी जोर दिया, जिससे एआई से जुड़ी खतरों और संभावनाओं को समझने में मदद मिल सके। भारत कितनी जल्दी एआई पर विनियमन और सुरक्षा उपाय तैयार करेगा, इस पर मंत्री ने कहा कि चर्चा चल रही है, लेकिन राजनीतिक सहमति की आवश्यकता होगी।