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कहते हैं कि अगर मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता बल्कि आपकी मेहनत और लगन उसे आसान बना देती है। ऐसा ही कुछ अमेठी के अंकुर के साथ हुआ। इतनी छोटी सी उम्र में वो कर दिखाया। जिससे आज उनके माता पिता का ही नहीं बल्कि पूरे देश का सर ऊंचा हो गया है। आपको बता दें कि अमेठी के अंकुर कुमार ने ड्रोन बनाकर अपना सपना पूरा किया है। उन्होंने 1 वर्ष में 2 ड्रोन बनाएं हैं। अंकुर की प्रतिभा का बखान सिर्फ अमेठी में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हो रहा है। साथ ही इस ड्रोन को कई संस्थाओं द्वारा पसंद भी किया जा रहा है और अंकुर को इसे बनाने के लिए कई संस्थानों के ऑर्डर भी मिले हैं।
राजीव गांधी पेट्रोलियम संस्थान के छात्र हैं-
आपको बता दें कि अंकुर राजीव गांधी पेट्रोलियम संस्थान में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। उन्हें बचपन से ही ड्रोन बनाने का शौक था। उन्होंने कड़ी मेहनत करके अपना सपना पूरा किया है। हालांकि, अंकुर ने अपने दोस्त शुभम शाह और संस्थान के विशेषज्ञों की मदद से ड्रोन बनाया। आम तौर पर बाजार में बिकने वाले ड्रोन की कीमत 15 से 20 हजार रुपए तक होती है लेकिन अंकुर द्वारा तैयार किए गए ड्रोन में करीब 1 लाख का खर्च आया है। दरअसल, अंकुर के द्वारा बनाया गया ड्रोन एक खास तरह का ड्रोन है। ड्रोन के अंदर लाइडर सेंसर लगाया जिसकी कीमत ही 30 हजार है। इस ड्रोन में लगने वाले उपकरणों को अंकुर ने अलग-अलग जगहों से खरीदा है। कुछ सामान अंकुर ने नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ से खरीदा है। तो और बाकी सामग्री अंकुर ने पटना और अन्य शहरों से खरीदी है।
अंधेरे में भी कर सकते हैं प्रयोग
इस ड्रोन में लगे सेंसर की खासियत है कि यह जमीन के नीचे की स्थिति को भी स्पष्ट कर सकता है। यह ड्रोन जमीन और एरिया मैपिंग कर सकता है। इसके अलावा इस ड्रोन में नाइट विजन कैमरा भी लगाया गया है। जिसकी मदद से आप इसका प्रयोग रात के अंधेरे में भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं इस ड्रोन का उपयोग सेना, औद्योगिक क्षेत्र, कृषि क्षेत्र के साथ ट्रांसपोर्टेशन सहित अन्य कई क्षेत्रों में किया जा सकता है। इसे कोई भी बड़ी आसानी के कंट्रोल कर सकता है।
कई क्षेत्रों में किया जा सकता है प्रयोग-
वहीं ड्रोन के बारे में जानकारी देते हुए अंकुर ने बताया कि इस ड्रोन को बनाने की प्रेरणा उनको खुद से मिली। इस काम में इनके दोस्त शुभम शाह और संस्थान का भी इन्हें पूरा सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि हमारा बनाया गया ड्रोन कई कार्यों में काम आ सकता है और आजकल कई क्षेत्रों में ड्रोन की सबसे ज्यादा जरूरत देखी जाती है। जिसको देखते हुए हमने इस ड्रोन को तैयार किया है। इस ड्रोन को कई संस्थाओं द्वारा पसंद किया जा रहा है।
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-अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 29 January, 2024, 1:09 pm
Author Info : Baten UP Ki