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दुनियाभर में आज क्रिसमस डे का त्यौहार मनाया जा रहा है आज के दिन को ईसा मसीह के जन्मदिन के रुप में मनाया जाता है। यह त्यौहार ईसाइयों का एक प्रमुख त्यौहार है। आज के दिन सभी लोग चर्चों को लाइटों से सजाते हैं और प्रकाश के रूप में मोमबत्तियां जलाकर ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। ज्यादातर ईसाई धर्म को मनाने वाले क्रिसमस डे पर केक काटकर प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन पर अपनी खुशियां एक दूसरे के साथ बांटते हैं।
पहली बार कब हुई क्रिसमस की शुरुआत-
आपको बता दें कि आज के दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म फलस्तीन के बेथलहम शहर में हुआ था। कहा जाता है कि पहली बार क्रिसमस का पर्व 336 ईसा पूर्व रोमन सम्राट के समय में मनाया गया था। क्रिस्मस का त्योहार यानी बड़ा दिन हर साल वर्ष के आखिरी महीने के आखिरी हफ्ते में 25 दिसंबर को मनाया जाता है और इस बार यह पर्व सोमवार को यानी की आज पड़ रहा है। इस दिन की खुशी के उपलक्ष्य में गिरिजाघरों को सुंदर लाइटों, स्टार्स और क्रिसमस ट्री के जरिए सजाया गया है। अधिकांश चर्चों में प्रभू यीशू के जीवन से जुड़ी झांकियां भी प्रदर्शित की जाती हैं। क्रिसमस के इस मौके पर अपनी खुशी का इजहार करने के लिए ईसाई धर्म से जुड़े व अन्य लोग एक-दूसरे को शुभमानाएं भी भेजते हैं।
यीशु के घर पर क्यों है सन्नाटा-
इसी के साथ आपको बता दे कि जहां प्रभु ईसा मसीह का जन्म उसे ईसाइयों के लिए सबसे पवित्र जगह मानी जाती है। उस प्राचीन जगह को चर्च ऑफ नेटिविटी कहते हैं। ये जगह इजरायल की राजधानी येरुशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में स्थित है। ये जगह दुनिया के सबसे पुराने ईसाई समुदाय का घर भी है। लेकिन इस साल यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध की वजह से यहां कोई भी नहीं आ रहा। इजरायली हमले से फिलिस्तीनी शहर में जाने से पर्यटक और तीर्थयात्री डर रहे हैं।
नहीं हुई होटलो की बुकिंग-
अलेक्जेंडर होटल के मालिक जॉय कैनावती ने कहा कि "हमारे पास कोई मेहमान नहीं है। एक भी नहीं आ रहा है।" यहां शहर की ज्यादातर आबादी पर्यटन पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, "यह अब तक का सबसे खराब क्रिसमस है। बेथलहम शहर ही क्रिसमस के लिए बंद है। कोई क्रिसमस ट्री नहीं, कोई खुशी नहीं, कोई क्रिसमस की भावना नहीं।"
Baten UP Ki Desk
Published : 25 December, 2023, 1:00 pm
Author Info : Baten UP Ki