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(Special Story) कई बार केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से चेतावनी जारी करने के बावजूद कोई सुधार न होने पर आखिरकार केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट को लेकर भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, 19 वेबसाइट्स, 10 मोबाइल एप्स (सात गूगल प्ले स्टोर और तीन ऐप्पल ऐप स्टोर की) और 57 सोशल मीडिया हैंडल्स को देशभर में ब्लॉक कर दिया है। इन पर क्यों एक्शन लिया गया, ऑनलाइन कंटेंट पर कैसे रखी जाती है निगरानी और क्या होता है OTT आइए जानते से विस्तार से...
OTT पर क्यों हुई कार्रवाई-
केंद्र की ओर से यह एक्शन तब लिया गया है, जब पूर्व में कई बार केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से इस बारे में चेतावनी भी जारी की जा चुकी थी। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की ओर से जारी बयान में बताया गया कि ब्लॉक किए गए 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील, असभ्य और कुछ मौकों पर पॉर्न कंटेंट भी परोसा गया था। ये सभी प्लेटफॉर्म IT एक्ट के नियमों का बार-बार उल्लंघन कर रहे थे इसलिए इन पर कार्रवाई की गई है।
ये OTT प्लेटफॉर्म्स किए गए ब्लॉक-
ड्रीम्स फिल्म्स, नियॉन एक्स वीआईपी, मूड एक्स, वूवी, बेशर्म्स, मोजफ्लिक्स, येस्मा, हंटर्स, हॉट शॉट्स वीआईपी, अनकट अड्डा, रैबिट, फूजी, ट्राई फ्लिक्स, एक्ट्रामूड, चीकूफ्लिक्स, एक्स प्राइम, नियूफ्लिक्स और प्राइम प्ले।
इन सोशल मीडिया अकाउंट्स पर गिरी गाज-
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने 12 फेसबुक अकाउंट, 17 इंस्टाग्राम हैंडल, 16 एक्स (पहले टि्वटर नाम से मशहूर) आईडी और 12 यूट्यूब चैनल को भी ब्लॉक कर दिया है।
1 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स-
आपको बता दें कि सरकार ने की गई कार्रवाई पर कहा है कि 18 OTT ऐप्स में से एक ऐप को 1 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड मिल चुके हैं। हालांकि सरकार ने इसका नाम नहीं बताया है। इसके साथ ही दो अन्य ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर 50 लाख से ज्यादा डाउनलोड मिले हैं। इसके अलावा इन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने दर्शकों को अपनी वेबसाइट्स और ऐप्स की तरफ अट्रैक्ट करने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का भी यूज किया है। इन सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कुल मिलाकर 32 लाख से अधिक यूजर्स हैं।
कई शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई-
सूचना प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक उन्हें OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाए जा रहे कंटेंट को लेकर कई शिकायतें मिली थीं। इनकी शिकायत करने वालों में कई सांसद/विधायक, इंटेलेक्चुअल्स और समाज सेवी लोग शामिल हैं जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की गई।
सोशल मीडिया पर होता था अश्लील कंटेंट का प्रमोशन-
गौरतलब है कि इन ऐप पर दिखाई जाने वाली सीरीज के कुछ सीन और कहानी का वीडियो बनाकर इसका प्रमोशन सोशल मीडिया पर पोस्ट कर किया जाता था। वीडियो के साथ ऐप डाउनलोड करने का लिंक भी दिया जाता था। ऐसे ऐप पर आने वाले ज्यादातर यूजर्स सोशल मीडिया के जरिए ही आते थे। इसलिए इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी कार्रवाई की गई है।
क्या होता है OTT?
ओटीटी का मतलब ओवर दि टॉप होता है यानि वह टेक्नोलॉजी (ओटीटी सेवा या प्लेटफॉर्म) जो इंटरनेट से जुड़ी डिवाइस के जरिए यूजर्स को कंटेंट मुहैया कराती है। मोबाइल मार्केटिंग की दुनिया में ओटीटी को सामान्य तौर पर वीडियो केंटेट के संदर्भ में जाना, देखा और समझा जाता है। दुनियाभर में ओटीटी का व्यवसाय बड़े पैमाने पर फलफूल रहा है।
क्या हैं OTT कंटेंट पर निगरानी के नियम-
सरकार ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के कंटेंट की निगरानी इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड रूल्स, 2021 के जरिए करती है। इसके नियमों के मुताबिक ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अपने कंटेंट का क्लासिफिकेशन, ऐज रेटिंग और सेल्फ रेगुलेशन का खुद पालन करना होता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो इस एक्ट की धारा 67, 67A और 67B के तहत सरकार पेश किए जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट को ब्लॉक कर सकती है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 14 March, 2024, 12:58 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...