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(Special Story) हम कई त्यौहार ऐसे मनाते हैं, जिनमें से कई धार्मिक होते हैं और कई राष्ट्रीय त्यौहार होते हैं। इसके अलावा कुछ त्यौहार ऐसे भी होते हैं जिसे पूरे विश्व में मनाया जाता है। इन्ही में से एक है अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस। इस त्यौहार को पूरे विश्व में 20 मार्च को मनाया जाता है। चलिए इस विषय पर विस्तार से बात करते हैं। लेकिन इसके पहले यह जान लेते हैं कि आखिर यह त्यौहार कब से और क्यों मनाया जाता है। दरअसल, यह एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसे जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया। अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस की शुरुआत वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा की गई थी। इसका लक्ष्य प्रसन्नता को मानव की मूलभूत अधिकारों में शामिल करना है। संयुक्त राष्ट्र सभा ने वर्ष 2011 में संकल्प लिया कि आर्थिक विकास को मानव के ख़ुशी और जीवन को बेहतर बनाने पर आधारित होना चाहिए। इसी संकल्प को अपनाते हुए वर्ष 2012 से प्रत्येक 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस मनाया जाने लगा।
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य-
हमारे समाज में कई लोग ऐसे हैं, जो अपने व्यक्त जीवन की वजह से इस तरह से तनावग्रसित हैं, कि ख़ुशी का उसने दूर-दूर तक वास्ता नहीं है। अपनी व्यस्तता की वजह से ये लोग एक समय तक ही सीमित रह गए हैं। और वह कार्य नहीं कर पा रहे हैं जिसमें उनको ख़ुशी मिलती है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों को यह समझाना है कि तनावपूर्ण जीवन न सिर्फ मानसिक स्वास्थय को प्रभावित करता है बल्कि आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी क्षति पहुंचाता है। इसलिए लोगों के लिए जितना आवश्यक उनका काम है। उतना ही आवश्यक ख़ुशी है, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थय को ठीक रखने में मदद करती है। इसलिए व्यक्ति को अपने व्यस्त जीवन में से समय निकालकर अपनी ख़ुशी के लिए प्रयास करना अत्यंत जरूरी होता है। इसके साथ ही उन्हें अपने साथियों को भी ख़ुशी पहुंचानी चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस मनाने का तरीका-
प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस किसी ने किसी विषय की थीम पर मनाया जाता है। जैसे वर्ष 2013 में इसका विषय 'मुबारक नायक' था। इसमें उन नायकों का स्मरण किया गया जो दूसरों के जीवन में ख़ुशी लाते हैं। इसी तरह प्रत्येक वर्ष को किसी न किसी नई थीम पर मनाया जाता है। इसी तरह इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस की थीम 'खुशियाँ एक साथ' निश्चित की गई है। जिसका उद्देश्य यह समझाना है कि स्थायी ख़ुशी दूसरों से जुड़ाव महसूस करने और किसी बड़ी चीज़ का हिस्सा बनने से आती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है और ख़ुशी तलाशने की कोशिश में लगा हुआ है। इसी वजह से हमें खुद की ख़ुशी और इसके बाद अपने सहयोगियों को ख़ुशी पहुंचाने की कोशिश करना चाहिए।
ऐसे रहें तनाव से दूर-
तनाव से दूर रहकर लोग खुश रहने के लिए कई तरीके और क्रियाएं अपना रहे हैं। खुश रहने का सबसेआसान तरीका योग है। खुशी आपके मस्तिष्क के जरिए निकली भावना है। अगर आपका मस्तिष्क शांत और सुकून महसूस करेगा तो खुशी की अनुभूति होगी लेकिन चिंता, अवसाद, ओवरथिंकिंग प्रसन्नता में बाधा डालता है। ऐसे में कुछ य़ोगासनों का अभ्यास कर मन को शांत, चिंता मुक्त और प्रसन्न रखा जा सकता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 20 March, 2024, 11:16 am
Author Info : Baten UP Ki