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(Special Story) अगर आप फोर व्हीलर इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। अगर अभी तक आपने अपनी कार के फास्टैग की बैंक से KYC अपडेट नहीं कराई है तो आज ही करा लें...नहीं तो आज से बिना KYC वाले फास्टैग को बैंक डीएक्टिव या ब्लैकलिस्ट कर देंगे। ऐसे में फास्टैग में बैलेंस होने के बावजूद भी आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कहीं आप किसी मुश्किल में न पड़ जाएं इसलिए आइए विस्तार से जानते हैं क्या है नया नियम और कैसे अपडेट कराएं अपना KYC...
क्या है नया नियम-
आपको बता दें कि NHAI ने फास्टैग कस्टमर्स से भारतीय रिजर्व बैंक यानि (RBI) के नियमों के मुताबिक फास्टैग के लिए KYC प्रक्रिया को पूरा करने को कहा है ताकि बिना किसी परेशानी के फास्टैग की सुविधा मिलती रहे।
एक वाहन, एक फास्टैग'-
आपको यह जानना जरूरी है कि अब एक गाड़ी में सिर्फ एक ही फास्टैग यूज कर सकेंगे। NHAI ने अपने बयान में कहा कि फास्टैग यूजर्स को 'एक वाहन, एक फास्टैग' नीति का पालन करना होगा और पहले जारी किए गए सभी फास्टैग को अपने संबंधित बैंकों को वापस करना होगा। अब सिर्फ नए फास्टैग अकाउंट एक्टिव रहेंगे। इसके साथ ही NHAI ने फास्टैग से टोल वसूलने के लिए टोल प्लाजा के वेटिंग टाइम को कम करने और पारदर्शिता लाने के लिए 'एक वाहन, एक फास्टैग' अभियान शुरू किया है। कहा जा रहा है कि NHAI ने यह पहल एक गाड़ी के लिए कई फास्टैग जारी करने और RBI के नियमों का उल्लंघन कर KYC के बिना फास्टैग जारी किए जाने की शिकायतों के मद्देनजर की है।
फास्टैग KYC अपडेट के लिए डॉक्युमेंट-
इसके लिए आपको जिन डॉक्युमेंट की जरूरत होगी वह इस प्रकार हैं....
ID और एड्रेस प्रूफ के लिए पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड मान्य
होगा।
ऑनलाइन अपडेट की प्रोसेस-
फास्टैग KYC अपडेट के लिए ऑनलाइन प्रोसेस भी मौजूद है जिसके जरिए आप आसानी से इसे अपडेट करा सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स को अपना कर आप घर बैठे फास्टैग KYC अपडेट कर सकते हैं।
क्या होता है फास्टैग (FASTag)-
फास्टैग एक प्रकार का टैग या स्टीकर होता है जिसका उपयोग भारत में टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान करने के लिए किया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित है। FASTag एक स्टिकर होता है जिसे आपके वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। जब आप FASTag लेन से गुजरते हैं, तो टोल बूथ पर एक स्कैनर आपके FASTag को स्कैन करता है और आपके लिंक किए गए खाते से स्वचालित रूप से टोल शुल्क काट लेता है। इससे टोल प्लाजा पर नकद भुगतान करने में लगने वाले समय की बचत होती है और यात्रा सुगम हो जाती है।
कहां से खरीद सकते हैं फास्टैग-
देश के किसी भी टोल प्लाजा से आप फास्टैग खरीद सकते हैं। इसके अलावा एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक, SBI, कोटक बैंक की ब्रांच से भी आप इसे खरीद सकते हैं। पेटीएम, अमेजन, गूगल पे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी इसे खरीदा जा सकता है। फास्टैग अकाउंट को इस ऐप से लिंक करके भी पेंमेंट किया जा सकता है। आप चाहें तो अपने बैंक अकाउंट को इस ऐप से लिंक कर सकते हैं। इससे जब भी आप किसी टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो टोल टैक्स आपके अकाउंट से कट जाएगा। फास्टैग खरीदते समय आपके पास ID प्रूफ और गाड़ी का रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट होना अनिवार्य है।
देशभर में कहां कितने टोल-
अगर आंकड़ों पर गौर करें तो देशभर में 964 से ज्यादा टोल हैं। इनकी सबसे ज्यादा संख्या एमपी में है।
राज्य टोल की संख्या
जम्मू-कश्मीर 8
हिमाचल प्रदेश 2
हरियाणा 49
पंजाब 28
दिल्ली 01
मेघालय 4
राजस्थान 104
उत्तराखंड 6
उत्तर प्रदेश 114
असम 09
गुजरात 55
बिहार 26
मध्यप्रदेश 143
महाराष्ट्र 84
तेलंगाना 51
छत्तीसगढ़ 14
कर्नाटक 77
केरल 06
ओडिशा 18
आंध्र प्रदेश 60
झारखंड 12
तमिलनाडु 69
पश्चिम बंगाल 26
फास्टैग स्टिकरवैलिडिटी-
एक बार खरीदा गया फास्टैग स्टिकर 5 साल के लिए वैलिड होता है। यानी 5 साल बाद आपको स्टिकर बदलवाना या इसकी वैलिडिटी बढ़वानी पड़ती है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 29 February, 2024, 6:20 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...