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कभी आपने सोचा है कि मौसम की जानकारी का अभाव हमारे किसान भाइयों के लिए कितनी बड़ी चुनौती बन जाता है? खेती के हर चरण-बुवाई से कटाई तक-मौसम का सही पूर्वानुमान न हो तो फसल के साथ-साथ किसान की मेहनत पर भी असर पड़ता है। इसी अहम समस्या का हल लेकर आई है सरकार की नई पहल "ग्राम पंचायत स्तर मौसम पूर्वानुमान" जो 24 अक्टूबर, 2024 को लॉन्च की गई।
IMD और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का सहयोग-
पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इसमें तीन प्रमुख संस्थाएँ शामिल हैं: पंचायती राज मंत्रालय, भारतीय मौसम विभाग (IMD) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय। इसका उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना और आपदा प्रबंधन में सुधार लाना है ताकि किसान हर स्थिति के लिए तैयार रहें।
हर घंटे ताजा मौसम अपडेट-
अब ग्राम पंचायत स्तर पर हर घंटे मौसम की ताजा जानकारी उपलब्ध होगी। जैसे तापमान, हवा की गति, वर्षा की संभावना, बादलों की मात्रा, और अन्य सूचनाएं किसानों को आसानी से मिल सकेंगी। किसानों के पास पाँच दिनों के पूर्वानुमान का भी लाभ होगा, जिससे वे भविष्य की योजना बेहतर तरीके से बना सकेंगे। ये जानकारी e-GramSwaraj, Gram Manchitra पोर्टल और Meri Panchayat ऐप के माध्यम से साझा की जाएगी।
खेती की योजना बनाने में मिलेगा फायदा-
मौसम की अनिश्चितता से किसान कई बार अनजान रहते हैं, जिससे फसलों पर गहरा असर पड़ता है। यह नई सुविधा किसानों को उनकी गतिविधियों की सही योजना बनाने में मदद करेगी। फसल की बुवाई, सिंचाई और कटाई के लिए उपयुक्त समय के निर्णय में यह पूर्वानुमान कारगर साबित होगा।
जिला से लेकर पंचायत स्तर तक पहुंचेगा सटीक पूर्वानुमान
अभी तक भारत में मौसम का पूर्वानुमान जिला और ब्लॉक स्तर पर ही मिलता था, लेकिन IMD ने पिछले कुछ सालों में सटीकता को बढ़ाने का प्रयास किया है। वर्तमान में यह 12x12 किलोमीटर के क्षेत्र में मौसम की भविष्यवाणी कर सकता है। जल्द ही यह 3x3 किलोमीटर के छोटे क्षेत्रों के लिए भी पूर्वानुमान देना शुरू करेगा, और भविष्य में 1x1 किलोमीटर के क्षेत्र में भी। यह कदम हर गाँव के किसान तक सटीक मौसम की जानकारी पहुँचाने के करीब ले जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों की भागीदारी-
पंचायती राज मंत्रालय इस साल के अंत में Gram Panchayat Level Weather Forecasting पर एक ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन करेगा जिसमें 200 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस वर्कशॉप का उद्देश्य है कि पंचायत प्रतिनिधि मौसम पूर्वानुमान के उपकरणों और संसाधनों का सही उपयोग करना सीख सकें ताकि ग्रामीण इलाकों में इसका सही उपयोग किया जा सके।
2.55 लाख ग्राम पंचायतों को मिलेगा लाभ-
भारत की 2.55 लाख ग्राम पंचायतें, जो हजारों की जनसंख्या को प्रतिनिधित्व करती हैं, इस पहल से लाभान्वित होंगी। यह नई व्यवस्था न केवल किसानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए भी फायदेमंद होगी क्योंकि इससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी, जिससे भारत की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
किसानों की खुशहाली से देश की समृद्धि-
इस पहल के माध्यम से किसानों को हर मौसम में सही निर्णय लेने की क्षमता मिलेगी। जब किसान समय पर निर्णय ले पाएंगे, तो यह उनकी खुशहाली और देश की समृद्धि का कारण बनेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 26 October, 2024, 1:04 pm
Author Info : Baten UP Ki