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दिनचर्या और सेहत को निगल रहा है डिजिटल एडिक्शन, जानिए आंखों और दिमाग को आराम देने के असरदार तरीके...

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आज के दौर में स्क्रीन टाइम एक ऐसी चुनौती बन गया है, जो केवल बच्चों तक सीमित नहीं है, बल्कि बड़ों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। यह डिजिटल एडिक्शन धीरे-धीरे हमारी दिनचर्या और सेहत को निगलता जा रहा है। मोबाइल और गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग न केवल हमारी आंखों की रोशनी को धुंधला कर रहा है, बल्कि रीढ़ की हड्डी, गर्दन की मांसपेशियों और पूरे शारीरिक ढांचे पर गहरा असर डाल रहा है। मानसिक स्वास्थ्य भी इससे अछूता नहीं रहा। स्क्रीन के इस जाल में फंसकर हम न केवल अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी खोते जा रहे हैं।

डिजिटल एडिक्शन से बचने के स्मार्ट तरीके-

डिजिटल दुनिया की रोशनी जितनी आकर्षक है, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती है अगर हम उस पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हो जाएं। बढ़ता स्क्रीन टाइम सिर्फ हमारी आंखों को नहीं, बल्कि हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, इसे समय रहते नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। आइए, जानते हैं कुछ स्मार्ट और असरदार तरीके, जिनसे आप डिजिटल एडिक्शन को अलविदा कह सकते हैं और अपने स्क्रीन टाइम को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकते हैं।

  • स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण: सेटिंग्स का सही इस्तेमाल करें

आजकल के स्मार्टफोन्स में स्क्रीन टाइम लिमिट सेट करने का फीचर उपलब्ध है। इसका उपयोग करके आप अपनी स्क्रीन टाइम पर नजर रख सकते हैं और अनावश्यक समय बर्बाद करने से बच सकते हैं। यह डिजिटल जीवन को व्यवस्थित रखने का एक सरल और प्रभावी तरीका है।

  • स्क्रीन फ्री रूटीन: खुद को व्यस्त रखें

मोबाइल से दूरी बनाने के लिए अपनी दिनचर्या में अन्य गतिविधियां शामिल करें। बागवानी, पेंटिंग, या पार्क में वॉक जैसी क्रियाएं न केवल आपको स्क्रीन से दूर रखेंगी, बल्कि आपकी सेहत को भी सुधारेंगी। अपने खाली समय का सदुपयोग करना आपको स्क्रीन टाइम पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा।

  • फोन फ्री एरिया और टाइम: सीमाएं तय करें

दिनभर के दौरान कुछ स्थानों और समयों को फोन फ्री रखें।

  • जगहें: किचन, बाथरूम, या पूजा स्थल।
  • समय: खाना खाते समय और सोने से पहले का समय।
    यह नियम अपनाने से आप न केवल स्क्रीन पर बिताए समय को घटा पाएंगे, बल्कि मानसिक शांति भी महसूस करेंगे।
  • छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाएं

पूरे परिवार के लिए डिजिटल नियम बनाएं और जब ये नियम पूरे हों, तो उन्हें सेलिब्रेट करें।

  • छोटी ट्रीट्स जैसे आइसक्रीम पार्टी।
  • या एक छोटा सा फैमिली ट्रिप।
    यह न केवल बच्चों को प्रेरित करेगा, बल्कि परिवार के साथ बिताए समय को यादगार बनाएगा।
  • डिजिटल ब्रेक: स्क्रीन से दूरी बनाएं

यदि आपका काम स्क्रीन पर निर्भर है, तो हर 15-20 मिनट में छोटा ब्रेक लें।

  • दूर की वस्तुओं को देखें।
  • पलकों को बार-बार झपकाएं।
  • आंखों की हल्की एक्सरसाइज करें।
    यह न केवल आपकी आंखों को आराम देगा, बल्कि काम में आपकी एकाग्रता भी बढ़ाएगा।
  • डिजिटल डिटॉक्स: एक नई शुरुआत करें-

रोजाना अपने लिए कुछ समय पूरी तरह डिजिटल फ्री रखें। किताबें पढ़ें, योग करें या दोस्तों और परिवार से व्यक्तिगत रूप से जुड़ें। यह आपको स्क्रीन की लत से बाहर आने और एक बेहतर जीवनशैली अपनाने में मदद करेगा।

संतुलित डिजिटल जीवन की दिशा में कदम-

डिजिटल दुनिया में रहते हुए स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण रखना और संतुलित जीवन जीना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। थोड़ी सी जागरूकता और छोटे बदलावों से हम अपनी जीवनशैली को बेहतर बना सकते हैं। स्क्रीन से दूरी बनाकर, परिवार के साथ समय बिता कर, और डिजिटल ब्रेक लेकर हम न सिर्फ अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपनी जीवन की गुणवत्ता भी सुधार सकते हैं। तो, आज से ही इन आदतों को अपनाएं और एक स्वस्थ, संतुलित और डिजिटल डिटॉक्स जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

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