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सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंचा दिल्ली का प्रदूषण, लागू हुआ GRAP-4

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सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर हालात को लेकर दायर याचिका पर सख्त रुख अपनाया। कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार को फटकार लगाई और पूछा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण (GRAP-4) लागू करने में इतनी देरी क्यों हुई।

GRAP-4 लागू करने में देरी पर सवाल

सुनवाई के दौरान जस्टिस ए.एस. ओका और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने दिल्ली सरकार से पूछा कि 12 नवंबर को AQI 401 के पार जाने के बावजूद GRAP-4 लागू करने में क्यों देर हुई। कोर्ट ने कहा कि जैसे ही AQI गंभीर स्तर पर पहुंचे, तत्काल चौथा चरण लागू किया जाना चाहिए था। दिल्ली सरकार के वकील ने बताया कि अब GRAP-4 लागू कर दिया गया है। इस पर कोर्ट ने निर्देश दिया कि अधिकारी अदालत की अनुमति के बिना GRAP-4 से नीचे के स्तर पर न जाएं, भले ही AQI 300 के नीचे आ जाए।

GRAP क्या है?

ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) एक आपातकालीन योजना है, जो दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर रोक लगाने के लिए लागू की जाती है। इसे चार चरणों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक चरण बढ़ते प्रदूषण स्तर के अनुसार सख्त कदम उठाने का निर्देश देता है।

GRAP के चरण और उनकी विशेषताएं

GRAP-1 (AQI 201-300):

  • धूल नियंत्रण के उपाय।
  • खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध।

GRAP-2 (AQI 301-400):

  • सड़कों पर पानी का छिड़काव।
  • डीजल जनरेटर का उपयोग प्रतिबंधित।

GRAP-3 (AQI 401-500):

  • भवन निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक।
  • सड़क मरम्मत और अन्य निर्माण कार्यों पर सख्ती।

GRAP-4 (AQI 500 से ऊपर):

  • सभी निर्माण और विध्वंस कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध।
  • 10वीं और 12वीं के अलावा सभी स्कूल बंद।
  • सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम।
  • BS-4 डीजल वाहनों और ट्रकों के प्रवेश पर रोक।

GRAP-4 लागू होने पर दिल्ली में पाबंदियां

  • ट्रकों का प्रवेश बंद: आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी ट्रकों का प्रवेश निषेध।
  • वाहनों पर सख्ती: बीएस-4 से कम के डीजल वाहनों पर सख्त रोक।
  • निर्माण गतिविधियां: हाईवे, फ्लाईओवर, पावर ट्रांसमिशन, और पाइपलाइन जैसे कार्यों पर भी रोक।
  • ऑफिस व्यवस्था: सभी कार्यालय 50% क्षमता पर चलेंगे, शेष वर्क फ्रॉम होम।

दिल्ली का AQI: गंभीर स्तर पर प्रदूषण

सोमवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार समेत कई इलाकों में AQI 600 के पार पहुंच गया। राजधानी के निवासी गले में खराश, आंखों में जलन, और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

क्या है AQI और इसके स्तर?

AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) हवा में प्रदूषकों की मात्रा को मापने का एक मानक है। यह 0 से 500 तक के पैमाने पर प्रदूषण के स्तर को दर्शाता है।

  • 0-50: अच्छा।
  • 51-100: संतोषजनक।
  • 101-200: मध्यम।
  • 201-300: खराब।
  • 301-400: बहुत खराब।
  • 401-500: गंभीर।

क्या होना चाहिए अगला कदम?

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जवाबदेही तय करने को कहा है। GRAP की गाइडलाइन्स का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार, प्रशासन और जनता के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि प्रदूषण नियंत्रण में देरी जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा को जोखिम में डालने के बराबर है।

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