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दूसरे चरण के लिए नामांकन शुरू, देशभर में कहां-कहां होगा मतदान, यूपी के रण में 'राम'

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(Special Story) लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दूसरे चरण में देशभर में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 89 सीटों पर चुनाव होना है। इसके लिए उम्मीदवार 4 अप्रैल तक पर्चा भर सकेंगे। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। दूसरे चरण में असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की कुल 89 सीटों पर वोटिंग होगी। आइए विस्तार से जानते हैं कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में यूपी की किन सीटों पर मतदान होगा और उन सीटों पर किस पार्टी से कौन प्रत्याशी आमने-सामने हैं....

दूसरे चरण में यूपी की इन सीटों पर होगा मतदान-

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की  जिन आठ सीटों  पर मतदान होना है उनमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर (अनुसूचित जाति), अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि पिछले लोकसभा चुनाव में ये सीटें किन पार्टियों के पास थीं और इस बार इन पर कौन-कौन से प्रत्याशी मैदान में हैं।

1-अमरोहा सीट

रसीले आम और ढोलक को लेकर मशहूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अमरोहा संसदीय सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के कुंवर दानिश अली ने बीजेपी के कंवर सिंह तंवर को हराया था। चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच चुनावी तालमेल था इस वजह से यहां पर दानिश अली बीएसपी की ओर से उम्मीदवार बनाए गए थे और जीत हासिल की थी। दानिश अली इस बार कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। वहीं बीजेपी ने इस सीट से अपने पुराने प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर पर भरोसा जताया है। बीएसपी ने मुजाहिद हुसैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 17 लाख 16 हज़ार है। 

हर बार बदल जाता है जीत का सिलसिला-

अमरोहा संसदीय सीट के राजनीतिक इतिहास की बात की जाए तो यह सीट कभी भी किसी एक दल का गढ़ नहीं रही। पिछले 4 चुनाव में हर बार जीत किसी अन्य दल के खाते में चली जाती है। हलांकि मुस्लिम बहुल क्षेत्र में ज्यादातर मौकों पर मुस्लिम उम्मीदवार को जीत मिली है। 1952 से लेकर 1971 तक के 5 चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार को जीत मिली थी। 1984 में कांग्रेस को आखिरी बार यहां पर जीत मिली थी और उसके बाद उसे अपनी पहली जीत का इंतजार है। इसके साथ ही 1991 के बाद के संसदीय चुनाव पर नजर डालें तो बीजेपी ने यहां पर पहली बार जीत हासिल की थी। 1996 में समाजवादी पार्टी के प्रताप सिंह सैनी चुनाव जीते थे। जबकि 1998 में चेतन चौहान फिर से विजयी हुए। 1999 में बीएसपी के राशिद अल्वी सांसद चुने गए तो 2004 के चुनाव में निर्दलीय हरीश नागपाल। 2009 में राष्ट्रीय लोकदल के देवेंद्र नागपाल को जीत मिली थी।

2- मेरठ सीट 

मेरठ लोकसभा सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल चुनाव जीते थे लेकिन इस बार इस सीट पर तीनों प्रमुख पार्टियों ने नए चेहरों को मैदान में उतारा है। पार्टियों ने 2019 के चुनाव में जिन प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया था,  अबकी उन सबको रिप्लेस कर दिया है। भाजपा, बसपा और सपा तीनों की पार्टियों के प्रत्याशी नए हैं। इसके साथ ही तीनों में से कोई भी मेरठ में नहीं रहता है।

यह सीट अपने आप में बेहद खास है क्योंकि इस बार बीजेपी ने यहां से टेलीविजन धारावाहिक रामायण में प्रभु श्रीराम का किरदार निभाकर घर-घर में प्रसिद्ध हुए अभिनेता अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाया है। जबकि सपा ने सुप्रीम कोर्ट के वकील भानु प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। बसपा ने देवव्रत त्यागी को इस सीट पर टिकट दिया है। आपको बता दें कि  मेरठ में कुल वोटरों की संख्या  19 लाख 94 हजार हैं। 

3-गाजियाबाद सीट-

गाजियाबाद सीट पर भी बीजेपी ने बदलाव करते हुए अपने मौजूदा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह की जगह गाजियाबाद के विधायक और योगी सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य मंत्री  रहे अतुम गर्ग को चुनावी मैदान में उतारा है। आईएनडीआईए गठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस के हिस्से में आई है जिसने डाली शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें कि बसपा से अभी इस सीट पर नाम तय नहीं किया है। 
इस सीट पर वोटरों की बात की जाए तो कुल वोटर  29 लाख 38 हज़ार हैं। 

4- बागपत सीट-

पश्चिमी यूपी की बागपत सीट बीजेपी ने रालोद के लिए छोड़ी है यहां पर आरएलडी के राजकुमार सांगवान को मैदान में उतारा गया है। जो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं।  सपा ने बागपत से अपने लोकसभा प्रभारी और पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी को मैदान में उतारा है। बसपा ने पेशे से अधिवक्ता प्रवीण बैंसला को टिकट दिया है।
2019 में बागपत लोकसभा सीट से  बीजेपी के सत्‍यपाल सिंह ने 525789 वोट पाकर जीत दर्ज की थी। उन्होंने रालोद अध्‍यक्ष अजीत चौधरी के बेटे व पार्टी के उपाध्‍यक्ष जयंत चौधरी को हराया था। जयंत यहां से 502287 वोट पाकर दूसरे स्‍थान पर रहे थे। बागपत सीट पर कुल वोटरों की संख्या 16 लाख 52 हज़ार है।

5-अलीगढ़ सीट-

अपने तालों के लिए विश्व प्रसिद्ध है अलीगढ़। कहा जाता है कि अलीगढ़ के तालों की चाबी अगर खो जाए, तो फिर ताले को तोड़ना आसान नहीं होता है। इस बार सियासत की जाबी किसके हांथ लगती है ये देखना बाकी है। अलीगढ़ लोकसभा सीट पर जहां बीजेपी ने सांसद सतीश गौतम को मैदान में उतारा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद चौधरी बिजेन्द्र सिंह  को मैदान में उतारा है। जबकि इस सियासी महासमर में बसपा के पत्ते खुलने का हर किसी को इंतजार है। बसपा आज अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकती है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बसपा 24 साल बाद मुस्लिम कार्ड खेल सकती है। इससे पहले 1996 में हुए चुनाव में पार्टी ने अब्दुल खालिक को चुनाव लड़ाया था। बसपा विधानसभा व निकाय चुनावों में तो मुस्लिम चेहरे पर कई बार दांव लगाती आई है। 

6- मथुरा सीट- 

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से वर्तमान सांसद हेमा मालिनी भी हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रही हैं। वहीं बसपा ने कमलकांत उपमन्यु को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अभी अपना प्रत्याशी तय नहीं किया है। मथुरा सीट पर वोटरों की बात की जाए तो इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 19 लाख 28 हजार। 

 मथुरा लोकसभा सीट का इतिहास-

मथुरा लोकसभा सीट पर बीजेपी, कांग्रेस और रालोद के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी जीत दर्ज की है।  इस सीट पर पहले संसदीय चुनाव से ही राजनीतिक रण होता आ रहा है। पहले और दूसरे लोकसभा चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की। साल 1962, 1971 और 1984 और 2004 में कांग्रस ने जीत दर्ज की थ। बीजेपी ने 1991, 1996, 1998, 1999, 2014 और 2019 में भी मथुरा लोकसभा सीट पर जीत हासिल की। इस हिसाब से ये कहना गलत नहीं होगा कि ये सीट एक तरह से बीजेपी का गढ़ रही है। 

7- बुलंदशहर सीट-

2019 के लोकसभा चुनाव में बुलंदशहर संसदीय सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी के भोला सिंह और बीएसपी के योगेश वर्मा के बीच था।योगेश वर्मा बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के साझे उम्मीदवार के तौर पर मैदान में थे। जिसमें भोला सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। भोला सिंह तत्कालीन सांसद हैं। बुलंदशहर सीट पर इस बार भी रोचक मुकाबला होगा।  यहां दो सिटिंग सांसद आमने-सामने हैं। इस फिर से भाजपा से भोला सिंह मैदान में हैं जबकि बसपा- गिरीश जाटव और कांग्रेस से शिवराम वाल्मीकि मैदान में हैं। इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 18 लाख 58 हज़ार है।

8- गौतम बुद्ध नगर सीट-

गौतम बुद्ध नगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा हैट्रिक लगाने के लिए उतरे हैं। वहीं गौतमबुद्ध नगर सीट पर सपा ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है। युवा नेता राहुल अवाना का टिकट बदल दिया गया है। अब उनकी जगह  डॉ. महेंद्र नागरको प्रत्याशी घोषित किया गया है। लखनऊ में पार्टी मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में उनके नाम पर अंतिम मुहर लगी है। बीएसपी ने पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 26 लाख 65 हज़ार है। 

इतने करोड़ मतदाता-

इन 8 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1.67 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें 90.11 लाख पुरुष, 77.38 लाख महिला तथा 787 थर्ड जेंडर हैं।  इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 7797 मतदान केंद्र तथा 17,677 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।


निर्वाचन की अधिसूचना जारी-

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 16 मार्च, 2024 को लोकसभा निर्वाचन की तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त, समावेशी व सुरक्षित मतदान कराने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के द्वितीय चरण में 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 28 मार्च, 2024 (गुरुवार) को निर्वाचन की अधिसूचना जारी हो गई है।  इसके साथ ही इन निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया 11 बजे से  दोपहर 03 बजे के मध्य किये जा सकेंगे। 

नामांकन भरने की अंतिम तिथि 04 अप्रैल-

द्वितीय चरण की 08 लोकसभा सीटों में 07 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 01 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। अमरोहा, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, अलीगढ़ तथा मथुरा सहित 09 जिलों के अंतर्गत द्वितीय चरण के 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के द्वितीय चरण की 08 लोकसभा सीटों के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि 04 अप्रैल, 2024 (गुरुवार) निर्धारित है।

नामांकन पत्रों की जांच 05 अप्रैल-

नामांकन पत्रों की जांच 05 अप्रैल (शुक्रवार) को की जायेगी।  08 अप्रैल, 2024 (सोमवार) को अपराह्न 03 बजे तक नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित है। द्वितीय चरण का मतदान 26 अप्रैल, 2024 (शुक्रवार) को सम्पन्न होगा

 

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