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(Special Story) उत्तर प्रदेश की जनता के लिए खुशखबरी है... बहुत जल्द ही उनको राशन की दुकानों पर ही कई सारी अन्य सुविधाएं भी मिलने लगेंगी। इसकी जानकारी सीएम योगी ने खुद दी। सीएम योगी ने आज लोकभवन में खाद्य रसद विभाग और ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 1100 अन्नपूर्णा भवनों और 79 हजार उचित दर की दुकानों पर ई-वेइंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों का लोकार्पण किया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश की पहली अन्नपूर्णा दुकान कहां खुली थी। चलिए हम बताते हैं...
सीएम ने सौंपी अन्नपूर्णा भवन की चाबी-
इस मौके पर सीएम योगी ने प्रदेश के 10 उचित दर विक्रेताओं को अन्नपूर्णा भवन की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी। इसमें लखनऊ से जगलाल, रायबरेली के अशोक कुमार और धीरेन्द्र विक्रम, बाराबंकी की रेखा देवी और पुष्पा देवी, उन्नाव के लोकई प्रसाद और मालती देवी, हरदोई से अंजनी कुमार और जितेन्द्र, सीतापुर मोहम्मद नियाज खान को अन्नपूर्णा भवन की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी गई। वहीं इस अवसर पर सीएम ने लाभार्थियों को राशन किट भी प्रदान किया।
राशन वितरण क्षेत्र में हुए व्यापक रिफॉर्म-
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सतत प्रयास से हर गरीब को खाद्यान उपलब्ध कराने में हम सफल हुए हैं। 2014 से पहले जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल पाता था। उनके नाम पर राशन कार्ड तो होता था, मगर राशन कोई और ही डकार जाता था। यहां तक कि 2017 से पहले प्रदेश के कई जनपदों में भूख से भी मौतें होती थीं। मगर, हमने पहले ई पॉश मशीन और अब ई वेइंग मशीन जैसी तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है। इससे राशन वितरण के क्षेत्र में व्यापक रिफॉर्म हुए हैं। खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से प्रदेश के लगभग 80 हजार राशन कोटे की दुकानों में हुए इस रिफॉर्म का लाभ 15 करोड़ लाभार्थियों के मिल रहा
है।
टेक्नोलॉजी से जनता को मिलेंगी और भी सुविधाएं-
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बहुत शीघ्र कुछ और बहुत बड़े कदम उठाने जा रही है। हर राशन कार्ड के आधार सीडिंग का कार्य चल रहा है। हर व्यक्ति की फैमिली आईडी तैयार हो रही है, जिससे एक जगह बैठे-बैठे तय हो जाएगा कि किसे कौन सी सुविधा मिली है या कौन सी सुविधा देनी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बहुत जल्द उत्तर प्रदेश की जनता को अपने राजस्व के कागजातों को देखने के लिए तहसील के चक्कर नहीं लगाने होंगे, एक जगह से ही उन्हें अपने सभी दस्तावेज प्राप्त हो जाएंगे।
अन्नपूर्णा भवनों से मिलेंगी जेनरिक दवाएं-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राशन कोटे के लिए अन्नपूर्णा भवन स्थाई भवन हो गए हैं। अब कोटेदार के बदलने पर भी राशन की दुकानें नहीं बदलेंगी। राशन के साथ ही अन्नपूर्णा भवनों से अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। यहां से सस्ती जेनरिक दवाएं और घर की अन्य आवश्यक वस्तुओं की भी पूर्ति की जाएगी। यहां राशन के लिए गोदाम भी रहेगा। इसके अलावा यहीं पर कॉमन सर्विस सेंटर भी होगा, जहां से जन्म, मृत्यु, आय, जाति प्रमाणपत्र जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। आज 11 सौ दुकानों से इसकी शुरुआत हो रही है, शीघ्र ही प्रदेश के 80 हजार राशन कोटे की दुकानों के लिए ये व्यवस्था की जाएगी।
कहां शुरू हुई थी देश की पहली अन्नपूर्णा दुकान-
देश की पहली अन्नपूर्णा दुकान का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के बरेली से हुआ था। बरेली के भरतौल में देश की पहली अन्नपूर्णा दुकान बनकर तैयार हुई थी। जिसकी शुरूआत 13 जुलाई से हुई थी। अन्नपूर्णा दुकान का शुभारंभ मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के साथ जनप्रतिनिधियों की उपस्थित किया गया था। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने राशन की दुकानों में आसानी से खाद्यान्न पहुंचाने और उपभोक्ताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए मई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष मॉडल पेश किया था। मुख्यमंत्री ने योजना को सराहते हुए इसे देशभर में लागू कराने की बात कही थी।
यूपी के सभी 75 जिलों में बन रही हैं अन्नपूर्णा दुकानें-
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रथम चरण चरण में यूपी के सभी 75 जिलों में अन्नपूर्णा दुकानों के निर्माण का कार्य जारी है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना के अंतर्गत राशन मॉडल शॉप अन्नपूर्णा भवन का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में राशन की 75 दुकानों को मॉडल शॉप (उचित दर दुकान एवं जन सुविधा केंद्र) के रूप में तब्दील किये जाने का कार्य प्रगति पर है। राशन की मॉडल शॉप को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इन दुकानों को ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत सरकारी जमीन पर बनाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह भवन मनरेगा योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे हैं। इस भवन को पूर्ति विभाग के मानकों के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसमें एक हॉल, एक प्रतीक्षालय के साथ साथ जनसेवा केंद्र संचालन की भी व्यवस्था की जा रही है।
अन्नपूर्णा दुकान में मिलेंगी ये सुविधाएं-
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 2 March, 2024, 1:17 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...