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यूपी में निराश्रित बच्चों के लिए खुशखबरी, बनाएं जाएंगे 35 बाल आश्रय गृह

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उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री अनाथ और बेसहारा बच्चों का भविष्य संवारने के लिए एक सराहनीय पहल की है। जिसके तहत सरकार ने 35 नए बाल आश्रय गृह बनवाने का निर्णय लिया है और इस योजना के अंतर्गत सरकार ने 400 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं। इसके लिए शासन स्तर पर कवायद भी तेज हो गई है। वहीं यह सरकार की एक सराहनीय पहल है जो राज्य में बाल संरक्षण और पुनर्वास को बढ़ावा देगी। इससे राज्य में बालकों और किशोरों को एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में रहने और विकास करने का अवसर मिलेगा। 

400 करोड़ की लागत से तैयार होंगे बाल आश्रय गृह-

आपको बता दे कि सरकार की इस सराहनीय पहल के तहत 18 मंडलायुक्त समेत 19 जिलों में 35 नए बाल आश्रय गृह बनाएं जाएंगे। जिसके लिए करीब 400 करोड़ की लागत लगेगी। इन गृहों में बालकों और किशोरों को रहने, खाने, पढ़ने और खेलने के लिए उचित व्यवस्था होगी। साथ ही, इन गृहों में बालकों और किशोरों के विकास और पुनर्वास के लिए विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी।

अनाथ और बेसहारा बच्चों को मिलेगा सहारा-

दरअसल, इन बाल आश्रय गृहों में घर से भागे बच्चें, गुमशुदा, तस्करी किये गये, कामकाजी, बाल भिखारियों, मादक द्रव्यों के सेवन करने वाले बच्चों की देखभाल की जाएंगी। वहीं नए बनने वाले आश्रय गृहों में खुले हवादार कमरे, योग, व्यायाम, खेलकूद, बागवानी आदि के लिए मैदान होंगे। चाइल्ड केयर होम, आब्जर्वेशन होम, न्याय बोर्ड, अधीक्षक एवं वार्डन के आवास की भी सुविधा होगी। वहीं मिली हुई जानकारी के मुताबिक, किराये और राजकीय भवनों में संचालित बाल आश्रय भवनों में से अधिकांश की स्थिति संतोषजनक नहीं है और पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने हुए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रदेश में बालिका गृहों की क्षमता 300 की है, जबकि इसमें 485 बच्चियां रह रही हैं। इसके अलावा संप्रेक्षण गृहों की वर्तमान क्षमता 1250 बच्चों की है। यहां भी क्षमता से अधिक बच्चे रह रहे हैं। जिसके आभाव में आकर सरकार ने नए बाल आश्रय गृहों का निर्माण कराने का फैसला लिया है।

19 जिलों में बनाएं जाएंगे 35 नए बाल आश्रय गृह- 

जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बालिकाओं के लिए 12 बाल गृह, बालकों के लिए 1 बाल गृह, शिशुओं और विशेषज्ञ दत्तकग्रहण यूनिट के लिए 6 बाल गृह, किशोरों के लिए 11 संपेक्षण गृह व 5 इंटीग्रेटेड होम का निर्माण प्रस्तावित है। योगी सरकार प्रदेश के सभी मंडलों में सभी श्रेणियों का कम से कम एक गृह संचालित करेगी। इन-इन जिलों में होगा निर्माण अलीगढ़, आजमगढ़, प्रयागराज, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, मीरजापुर, गोरखपुर, बस्ती, झांसी, अयोध्या, चित्रकूट, अमेठी, बरेली,देवीपाटन समेत कानपुर शहर शामिल है।

 

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