बड़ी खबरें

दिल्ली में 4 मंजिला इमारत गिरी:4 की मौत, 10 से ज्यादा लोग अब भी मलबे में फंसे; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी एक दिन पहले 14 राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट:मेरठ में तेज बारिश से मकान गिरे, 9 महीने की बच्ची समेत 2 की मौत; राजस्थान-MP में हीटवेव एक दिन पहले पत्नी को पति की संपत्ति मानने की‎ सोच असंवैधानिक है:दिल्ली हाईकोर्ट ने महाभारत की द्रौपदी का जिक्र किया, पति की याचिका खारिज की‎ एक दिन पहले रांची के आसमान पर विमानों ने बनाया तिरंगा:एयर शो में दिखा सेना का शौर्य, कल भी आकाश में दिखेंगे हैरतअंगेज करतब एक दिन पहले

कौन थे स्वामी विवेकानन्द, CM योगी ने 'राष्ट्रीय युवा दिवस' पर दी प्रदेशवासियों को बधाई

Blog Image

देशभर में आज राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन को हर साल स्वामी विवेकानंद के जन्मोत्सव रुप में मनाते हैं। वहीं सीएम योगी ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि महान सनातन धर्म व सर्वसमावेशी हिंदू संस्कृति की आभा को आधुनिक विश्व में प्रसारित करने वाले अद्भुत संत, असंख्य युवाओं के प्रेरणास्रोत, स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन एवं 'राष्ट्रीय युवा दिवस' की सभी को हार्दिक बधाई! उनके अमर उद्घोष 'गर्व से कहो- हम हिंदू हैं' ने भारत की सुप्त सांस्कृतिक चेतना को जगाया था।

कौन थें स्वामी विवेकानन्द- 

आपको बता दें कि 12 जनवरी यानी की आज ही के दिन 1984 को स्वामी विवेकानन्द का जन्म कलकत्ता में हुआ था। उनका नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। उनके पिता व‍िश्‍वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट के वकील थे, जबकि मां भुवनेश्वरी देवी धार्मिक विचारों वाली महिला थीं। साल 1884 में पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी उन्‍हीं के कंधों पर आ गई। लेकिन फिर भी उन्होंने घर की जिम्मेदारी निभाने के साथ साथ बेहद कम उम्र में वेद और दर्शन शास्‍त्र का ज्ञान हासिल कर लिया था। उन्होंने ने भारत के उत्‍थान में अहम भूमिका निभाई थी। 

उनके द्वारा किए गए कार्य- 

स्वामी विवेकानन्द ने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुँचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। हमेशा अपने विचारों और आदर्शों के लिए मशहूर स्वामी विवेकानंद धर्म, दर्शन, इतिहास, कला, सामाजिक विज्ञान, साहित्य सभी के विशेषज्ञ थे। स्वामी विवेकानंद, युवाओं को जीवन में बेहतर करने और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते थे। वह कहते थे- युवा देश के भविष्य हैं और आगे चलकर देश को संभालेंगे।

कैसे हुई थी राष्ट्रीय युवा दिवस की शुरुआत-

आपको बता दें कि भारत सरकार ने इस दिन को मनाने की घोषणा पहली बार 12 जनवरी 1984 को स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर की थी। जिसके बाद अगले साल 1985 से हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द की जयंती को "राष्ट्रीय युवा दिवस" के रुप में मनाया जाने लगा। आज के दिन स्वामी विवेकानंद के विचारों और शिक्षाओं को युवाओं के बीच पहुंचाने का भी काम किया जाता है, जिससे उनके अंदर भी देशभक्ति की भावना जागृत हो सकें और वह भी आगे चल कर स्वामी विवेकानंद जैसा बन सकें। युवा दिवस का उद्देश्य जीवन में आने वाली चुनौतियों, परेशानियों को देखना, समझना और उन्हें दूर करने के प्रयास को लेकर युवाओं को प्रेरित करना भी है।

 

 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें