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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) की मॉनिटरिंग अब व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (VTS) के जरिए करने जा रही है। इसके इस्तेमाल से PMGSY को तेजी मिलेगी। योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण VTS से लैस है। इससे वाहनों और मशीनों की सभी जानकारी समय से मिल पाएगी।
क्या है VTS?
व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (VTS), नाम से ही पता चलता है कि यह डिवाइस वाहनों के लिए बनी है। यह एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग वास्तविक समय में वाहनों के स्थान, गति और व्यवहार को ट्रैक और मॉनिटर करने के लिए किया जाता है। यह डिवाइस, वाहन की चोरी को रोकने के लिए अलर्ट देता है और डिटेल के साथ रिपोर्ट भी भेजता है। अब यूपी में इस तकनीक से सड़कों की गुणवत्ता जांची जाएगी।
VTS से जुड़ी ख़ास बाते
VTS के बारे में ख़ास बात यह है कि यह पूरी तरह से मेड इन इंडिया है। यह डिवाइस एम्बेडेड सिम और इंटरनल एंटीना के साथ एमटी6260 चिपसेट से लैस है। डिवाइस की बैटरी ऑफलाइन मोड में 6 से 8 घंटे का बैकअप देती है और यह आईपी65 की रेटिंग में आती है। दरअसल, यह डिवाइस एक वेब एप्लीकेशन पर आधारित है जो वाहनों के स्थान की डिटेल, और जगह आदि की जानकारी रखती है। इसलिए इस डिवाइस की मदद से स्थानों और वाहनों को ट्रैक करने, इकठ्ठा करने और साथ ही नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
VTS से होने वाले लाभ
PMGSY के तहत अपनाया गया व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम किसानों की आय बढ़ाने और रोजगार का अवसर देने का भी काम कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के आधार पर गांव में सड़क निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले करीब 950 उपकरणों और मशीनों में VTS लगाए गए हैं। इसकी निगरानी करने के लिए उत्तर प्रदेश सड़क विकास एजेंसी (UPRRDA) में एक सेंट्रल कमांड सेंटर बनाया गया है। इससे जुड़ी लगभग सारी जानकारी व अपडेट यहीं से प्राप्त होती हैं।
यूपी FDR इस्तेमाल करने वाला पहला प्रदेश
ग्रामीण सड़क विकास विभाग (UPRRDA) गांवों की सड़क बनाने में फुल डेप्थ रिक्लेमेशन (FDR) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी कर रहा है। ख़ास बात ये है कि उत्तर प्रदेश इस तकनीक को इस्तेमाल करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 4 April, 2023, 3:24 pm
Author Info : Baten UP Ki