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यूपी का पहला भारत-नेपाल इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट तैयार

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यूपी का पहला भारत-नेपाल इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट अब बनकर तैयार हो चुका है। इस चेकपोस्ट का निर्माण कार्य साल 2017 से ही नेपाल बॉर्डर पर रुपईडीहा (बहराइच ) में चल रहा था और उम्मीद है कि मई जून में ही एक भव्य समारोह के साथ अब इसकी शुरुआत हो सकती है। करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से बने चेकपोस्ट के अंदर पांच बड़े गोदाम, दो बड़े शेड, कार्यालय भवन, सीमा शुल्क कार्यालय का भवन, कर्मचारी आवास भवन, उपचार केन्द्र भवन, कैंटीन, घर, बैंक तथा वित्तीय संस्था के भवन, सुरक्षाकर्मियों के भवन बनाए गए हैं।

चेकपोस्ट पर फहराएगा 100 फुट का तिरंगा-भारत नेपाल चेकपोस्ट पर  100 फुट का तिरंगा भी लगाय गया है जो 24 घंटे फहरेगा और इसके बारे में सबसे ख़ास बात ये होगी कि ये किसी भी बॉर्डर पर लगा सबसे विशालकाय झंडा होगा। यहाँ एक साथ सैकड़ों ट्रकों के खड़े होने की व्यवस्था की गयी है और साथ ही साथ कर्मचारियों और ड्राइवरों के लिए तमाम खानपान और आराम की सुविधाओं के इंतज़ाम किये गए हैं। इस चेकपोस्ट का उद्देश्य आयात निर्यात होने वाले ट्रकों में लगने वाले समय को कम करना है एक ही ऑफिस में सारे विभागों के हो जाने से आयात और निर्यात होने वाले ट्रकों, वाहनों में एक ही साथ क्लीयरेंस और जांच का काम हो सकेगा। जिससे समय की बचत के साथ साथ लोगों को सुविधा भी मिल सकेगी जहां पहले मालवाहक ट्रक को नेपाल प्रवेश करने में कई दिन लग जाते थे, जो अब घंटों में संभव होगा। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट शुरू हो जाने के बाद से भारत-नेपाल के व्यापार को तो गति मिलेगी ही यह प्रोजेक्ट भारत-नेपाल मैत्री संबंध को भी और प्रगाढ़ करेगा।

भारत में बने किसी भी इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट को लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (LPAI) द्वारा ही रेगुलेट किया जाता है। LPAI भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2010 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है जो भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम कर रहा है। इसके अधिनियम की धारा 11 LPAI को इंटरनेशनल बॉर्डर्स के साथ निर्दिष्ट बिंदुओं पर यात्रियों और सामानों की सीमा पार आवाजाही के लिए सुविधाओं के विकास, स्वच्छता और प्रबंधन की शक्तियां देती है। LPAI की स्थापना देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ अपने एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) पर कार्गो के साथ-साथ यात्रियों की आवाजाही के लिए सुरक्षित, सुरक्षित और व्यवस्थित सुविधाएं प्रदान करने के लिए की गई थी।

क्या होते हैं इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट- अक्सर आपने सड़कों पर कुछ पुलिसवालों को अपने दलबल के साथ एक जगह पर आपका रास्ता रोक कर आपकी कार चेक करते हुए जरूर देखा होगा उन्हें ही चेकपोस्ट कहते हैं पर कंफ्यूज मत होइएगा क्योंकि इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट जरा अलग होते हैं। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (एकीकृत जांच चौकी ) इंटरनेशनल बॉर्डर्स पर बनाये जाते हैं। इसमें दोनों ही देशों की राजस्व व सुरक्षा जांच एजेंसियां एक ही छत के नीचे संयुक्त रूप से मालवाहक व टूरिस्ट गाड़ियों को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ जांचती हैं। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के अंदर ज्यादातर बड़े गोदाम, शेड, कार्यालय भवन, भंसार कार्यालय का भवन, कर्मचारी आवास भवन, उपचार केंद्र भवन, कैंटीन घर, बैंक और वित्तीय संस्था का भवन व सुरक्षाकर्मियों का भवन भी बना रहता है। इसके बनने से दोनों ही देशों के राजस्व में चोरी व घुसपैठ पर तो रोक लगती ही है साथ ही मुख्य सीमा से तस्करी की संभावनाएं भी ख़त्म हो जाती है और दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों को काफी सहुलियत व सुविधा भी हो जाती है। इसके अलावा वहां से आने जाने वाले पर्यटकों और माल वाहकों को भी  विभिन्न कागजी कोरम के लिए परेशान नहीं होना पड़ता।

 

 

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