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STF के शिकंजे में आया यूपी पुलिस पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड

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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में STF को बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले के मुख्य आरोपी अरुण कुमार सिंह ने सरेंडर कर दिया है। अरुण पेपर लीक केस का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। कौशांबी पुलिस के दबाव के बाद आरोपी अरुण ने यूपी STF के सामने सरेंडर किया है। सरेंडर के बाद यूपी STF ने अरुण सिंह को मंझनपुर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया है। इस मामले में एसटीएफ पहले ही कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिसके बाद अब अरुण कुमार के सरेंडर को भी बड़ी सफलता माना जा रहा है।

पहले भी हुईं कई गिरफ्तारी-

इससे पहले यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों से पेपर और आंसर शीट भी बरामद की गई थी। इन आरोपियों ने बताया कि 17 फरवरी की दूसरी पाली की परीक्षा का पेपर इन्हें वाट्सएप  मिल गया था। इसके अलावा प्रयागराज के रहने वाले अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव को भी यूपी पुलिस ने पेपर लीक में गिरफ्तार किया।

कैसिंल की गई परीक्षा-

उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा 17 एवं 18 फरवरी को  सिपाही भर्ती के उत्तर प्रदेश के 75 जिलो में परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा से पहले पेपर की आंसर शीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद परीक्षार्थियों ने प्रश्नपत्र लीक को लेकर आंदोलन किया। और नाराज छात्रों ने प्रदेश कई हिस्सों में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए। अभ्यार्थियों की नाराजगी को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस परीक्षा को रद्द करते हुए छह महीने के भीतर एक बार फिर से परीक्षा कराने के निर्देश दिए थे।

सीएम योगी द्वारा कड़ी कार्रवाई-

सीएम योगी ने स्पष्ट कर दिया था कि पेपर लीक मामले में आरोपियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी, जिसके बाद एसटीएफ टीम लगातार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही थी। पेपर लीक मामले में एसटीएफ की सख्त कार्रवाई को देखते हुए पेपर लीक करने वाले आरोपियों के बीच खलबली मची हुई थी।

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