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60500 से ज्यादा स्कूलों में 3 नवंबर को होगा सर्वेक्षण, आंका जाएगा बच्चों के भाषा व गणित में ज्ञान का स्तर

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उत्तर प्रदेश में 60500 परिषदीय स्कूलों और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा तीन, छह व नौ के विद्यार्थियों का भाषा व गणित में ज्ञान का स्तर आंकने के लिए तीन नवंबर को राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण (एसईएएस) किया जाएगा। ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले इस सर्वेक्षण की तैयारी शुरू करने के निर्देश सभी जिलों को दिए गए हैं।

सर्वेक्षण में भाषा और गणित के विषयों पर होगा आंकलन-

आपको बता दे कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य यह पता लगाना है कि राज्य में विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि का स्तर क्या है। सर्वेक्षण में भाषा और गणित के विषयों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसको लेकर सभी जिलों को ब्लॉक स्तर पर तैयारी की गई है। विद्यालयों और छात्रों की सूची भेज दी गई है। सर्वे के लिए सामग्री भी भेजी जा रही है। टेस्ट बुकलेट के साथ-साथ चार तरह की ओएमआर शीट भी दी जाएगी। विद्यार्थियों, शिक्षकों व स्कूलों के लिए प्रश्नपत्र भी दिया जाएगा। वहीं सर्वेक्षण के परिणामों का उपयोग राज्य में शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए किया जाएगा।

इन आंकड़ों के आधार पर होगा सर्वेक्षण-

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से भेजे गए निर्देश में इस सर्वेक्षण में कक्षा तीन के 19,262, कक्षा छह के 23,005 और कक्षा नौ के 18,233 स्कूल शामिल हैं और सर्वेक्षण में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या कुल 1.1 करोड़ बताई जा रही है। सर्वेक्षण के लिए प्रदेश के सभी जिलों में 25 हजार से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

इसी के साथ बता दे कि विद्यालयों का चयन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने किया है। राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण किया जा रहा है और उसी के तहत राज्य में भी यह सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान शिक्षक विद्यार्थियों से प्रश्न पूछेंगे और उनके उत्तरों का मूल्यांकन करेंगे। इसके बाद सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर राज्य सरकार यह तय करेगी कि विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि को बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए।

 

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