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वैज्ञानिक प्रो.समीर की मंच पर हार्ट अटैक से हुई मौत

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(Special Story) कहते हैं आप जो पल जी रहें है वहीं आपके जीवन का सबसे खूबसूरत पल होता है ना जानें अगले पल पलक झपकते ही  क्या हो जाएं। यह किसी को पता नहीं होता और इसके बारें में डॉक्टर से लेकर वैज्ञानिकों तक सभी के लिए कुछ भी कहना बहुत मुश्किल होता है, कि कब वह अपनी जिंदगी की आखिरी सांस लेंगे। कुछ ऐसा ही कानपुर IIT के सीनियर वैज्ञानिक प्रो. समीर खांडेकर के साथ साथ हुआ। घटना इतनी अजीब थी कि उनके सामने बैठे लोग तक नहीं जान पाएं कि कब उन्होंने अपने जीवन की अंतिम सांस ली।  दरअसल, शुक्रवार को कानपुर IIT में में एल्युमिनाई मीट को संबोधित करते हुए सीनियर वैज्ञानिक प्रो. समीर खांडेकर हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्होंने 55 साल की उम्र आखिर सांस ली। 

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बोलते-बोलते आया हार्ट अटैक-

बता दे कि प्रो. समीर खांडेकर को मंच पर बोलते-बोलते अचानक से सीने में दर्द हुआ और वह मंच पर गिर पड़े। वहां बैठे लोगों को लगा कि वह भावुक होकर बैठ गए हैं। लेकिन जब थोड़ी देर तक वह नहीं उठे तो लोगों ने भागकर उनको उठाया। आनन-फानन में उन्हें हैलट के कॉर्डियोलाजी ले गए। जहां  डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें ने मृत घोषित कर दिया। 

कोलेस्ट्राल की थी परेशानी-

वहीं सभा में मौजूद लोगों ने उनके बारें में जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार शाम 4 बजे IIT के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम चल रहा था। वहां एल्युमिनाई स्पीच दे रहे थे। तभी प्रो. खांडेकर का नंबर आया। वह मंच पर बोलने के लिए पहुंचे। स्पीच में सेहत का ध्यान रखने की बात कह रहे थे। तभी यह पूरी घटना हो गई। उन्होंने बताया कि वह सेहत को लेकर स्पीच दे रहे थे। उनके आखिरी शब्द थे...सेहत का ध्यान रखें। यह कहते ही उनके चेहरा पसीना-पसीना हो गए। तबीयत बिगड़ी और बेहोश हो गए। वहीं प्रो. एचसी वर्मा ने बताया कि दो दिन पहले बुधवार को ही प्रो. खांडेकर सोपान आश्रम आए थे और बच्चों को विज्ञान के नियम बताए थे। प्रो. खांडेकर के निधन से उन्हें जानने वाले स्तब्ध हैं। हांलाकि प्रो. खांडेकर को साल-2019 में कोलेस्ट्राल की परेशानी हुई थी। उनकी दवाइयां चल रहीं थीं।

 प्रो. खांडेकर के नाम पर हैं 8 पेटेंट-

आपको बता दे कि प्रोफेसर ने अपने जीवन में अच्छा मुकाम हासिल कर लिया था। प्रो. खांडेकर IIT कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक होने के साथ ही डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर के पद पर भी कार्यरत थे। इतना ही नहीं वह आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र भी थे। प्रो. खांडेकर के नाम पर 8 पेटेंट हैं। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी प्रद्यन्या खांडेकर और उनका बेटा प्रवाह खांडेकर हैं। जो अभी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा है। उसके लौटने पर ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी उनका शव संस्थान के हेल्थ सेंटर में रखा गया है। 

ऐसा रहा जिंदगी का सफर-

UP IIT Kanpur Alumni Meet Professor Sameer Khandekar Died due to Heart  Attack on stage while talking about health - सेहत का ध्यान रखने की सलाह दे  रहे थे IIT प्रोफेसर, मंच

आपको बता दे कि प्रो. समीर खांडेकर का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर में 10 नवबर 1971 को हुआ। उन्होंने वर्ष 2000 में आईआईटी कानपुर से बीटेक और जर्मनी से 2004 में पीएचडी किया की। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2004 में आईआईटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर ज्वाइन किया। इस पद पर उन्होंने ने करीब 5 साल कार्य किया। इसके बाद वह 2009 में एसोसिएट प्रोफेसर बने और 2014 से प्रोफेसर। इसके बाद वह 2020 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष बने। 

2023 में डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर पद की मिली जिम्मेदारी-

इसके बाद वर्ष 2023 में उनको डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर पद की जिम्मेदारी मिली। प्रो. खांडेकर सामाजिक कार्यक्रमों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे। वह प्रो. एचसी वर्मा की ओर से चलाए जा रहे शिक्षा सोपान आश्रम से भी जुड़े रहे और करीब दो दिन पहले बुधवार को ही प्रो. खांडेकर सोपान आश्रम आए गए और बच्चों को विज्ञान के नियम बताए। प्रो. खांडेकर के निधन से उन्हें जानने वाले स्तब्ध हैं।

तेजी से बढ़ रहा लोगों में हार्ट अटैक का खतरा-

Student studying in class 9 in Lucknow CMS dies of heart attack, doctors  also surprised |लखनऊ के सीएमएस में 9वीं में पढ़ने वाले छात्र की हार्ट अटैक  से मौत, डॉक्टर भी हैरान |

वहीं इससे पहले एक शख्स की डांस करते समय मौत हो गई आपको बता दे कि वाराणसी के चेतगंज थाना के पिपलानी कटरा औघड़नाथ तकिया निवासी मनोज विश्वकर्मा की शादी समारोह में डांस करते हुए अचानक हार्ट अटैक आने से मौत हो गई और शादी की खुशियां पलभर में ही मातम में बदल गई। इसके अलावा बच्चों में भी आजकल तेजी से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है। हाल में अभी यूपी के लखनऊ में सीएमएस में पढ़ने वाले नौवीं के छात्र की हार्ट अटैक से जान चली गई। स्कूल में तबीयत बिगड़ने के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे सीपीआर दिया गया, लेकिन रिकवरी नहीं हो सकी। मिली जानकारी के मुताबिक, अलीगंज में स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) में 9वीं का छात्र केमिस्ट्री की क्लास में अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। इस दौरान बच्चों ने उसे उठाकर टेबल पर लिटाया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने देखा तो उसकी पल्स नहीं चल रही थी। 

ऐसी चीजों को करें नजरअंदाज- 

11 अचूक उपाय जो जंक फूड और फास्ट फूड खाने की लत तुरंत छुडाए |

ऐसे ही कई मामले हैं जिनमें कुछ भी कहना मुश्किल है कि इतने कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक की समस्या क्यों बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, व्यस्त जीवन शैली के कारण अनियमित आहार, जंक फूड खाना, या अधिक मसालेदार भोजन दिल के दौरे का कारण बनता है। उच्च रक्तचाप के वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहती है। अधिक मात्रा में वजन बढ़ जाने से दिल पर ज़ोर पड़ता है। धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों को दिल के दौरे का खतरा होता है। लोगों का मानसिक तनाव शिफ्ट कार्यरत लोग जो भी लोग तनावपूर्ण कार्य करते हैं, या जो अपने व्यक्तिगत जीवन में लम्बे समय तक तनाव से गुज़रते है वे दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकते हैं। इनके अलावा, एनजाइन यानि दिल में ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम का कारक है।

हृदय रोग से उबरने और बचने के लिए जरूरी उपाय-

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बदलती जीवनशैली, गलत खान-पान और अस्वस्थ्य खाने की आदते हमारे शरीर और हार्ट को नुकसान पहुंचाती हैं, हालांकि कुछ तरीके या साधन हैं जिन्हें अपनाकर आप बहुत आसानी से अपने शरीर और हार्ट को स्वस्थ रख सकते हैं। तो आइये जानतें है....

इन जीचों को करें डाइट में शामिल-

अगर आप जल्दी में कुछ भी खाते हैं, तो अपनी आदत को जल्दी छोड़ दें क्योंकि आपको अपने मेटाबॉलिज्म और शारीरिक सक्रियता के अनुसार ही कैलोरी लेनी चाहिए। डेली डाइट या मिताहार करें। संतुलित और पौष्टिक खाना वजन नियंत्रण और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अगर आप हार्ट प्रॉब्लम से पीड़ित हैं, तो आपको अपने आहार में फल, सलाद, हरी सब्जियाँ, साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। आपको अपने दिन के भोजन में तेल और घी की खपत को बहुत कम करना चाहिए। धूम्रपान से भी दूरी बनाएं रखना भी ज़रूरी है।

प्रतिदिन करें व्यायाम-

व्यायाम

साथ ही व्यायाम भी आपके शरीर, मस्तिष्क और हार्ट को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। नियमित व्यायाम न केवल आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है, बल्कि कई रोग से हुमारे शरीर को दूर रखते हैं। दिन में कम से कम 30 मिनट के लिए कोई भी व्यायाम करें या आप कम से कम 30 मिनट के लिए पार्क जा सकते हैं। ऐसा करने से आप अतिरिक्त वसा जलाएंगे और आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर भी नियंत्रित रहेगा। जितने अधिक सक्रिय लोग होते हैं, दिल का दौरा पड़ने का खतरा उतना ही कम होता है।

-अनीता

 

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