अलीगढ़ के लोगों के लिए एक बेहतरीन खबर है। टप्पल के पास बनने जा रहे लॉजिस्टिक पार्क की प्रक्रिया अब तेजी पकड़ चुकी है। जेवर एयरपोर्ट के नजदीक इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं, जिसके तहत अधिग्रहण से पहले एक सामाजिक प्रभाव आकलन (एसआईए) कमेटी का गठन किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) और जिला प्रशासन ने औद्योगिक विकास अनुभाग के विशेष सचिव को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी है।
टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर: विकास की नई दिशा-
यीडा की टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर महायोजना के तहत इस लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण किया जा रहा है। टप्पल के स्यारोल और डोरपुरी गांवों में 110 और 55 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जाएगी। यहां पर वेयरहाउसिंग, कंटेनर यार्ड और रेल जोन जैसे महत्वपूर्ण ढांचे विकसित किए जाएंगे। यह परियोजना अलीगढ़ के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की दृष्टि का हिस्सा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले भी अपने भाषणों में अलीगढ़ के लॉजिस्टिक पार्क का जिक्र किया था। यह प्रोजेक्ट अलीगढ़ के ट्रांसपोर्ट नगर, स्टेट यूनिवर्सिटी, डिफेंस कॉरिडोर और ग्रेटर अलीगढ़ जैसी परियोजनाओं के बाद एक और बड़ी उपलब्धि साबित होगा। हाल ही में यीडा द्वारा इस भूमि के प्रस्ताव को जिला प्रशासन ने मंजूरी दी थी, और अब यह परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है।
दो चरणों में पूरा होगा लॉजिस्टिक पार्क का विकास-
950 हेक्टेयर के लॉजिस्टिक पार्क को दो चरणों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। पहले चरण में 200 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें व्यावसायिक, आवासीय और संस्थागत क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा, ट्रक पार्किंग, गेट कॉम्प्लेक्स, प्लेटफॉर्म और अन्य सहायक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। यीडा द्वारा इस प्रोजेक्ट पर 990 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
क्या है लॉजिस्टिक पार्क और इसकी उपयोगिता?
लॉजिस्टिक पार्क एक बड़ा वेयरहाउसिंग हब होता है, जहां आयात और निर्यात किए जाने वाले सामान को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह पार्क खासतौर पर उन एक्सपोर्टर्स के लिए उपयोगी होगा, जिन्हें सामान तुरंत निर्यात नहीं कर पाने पर इसे सुरक्षित स्थान पर रखने की जरूरत होती है। टप्पल का यह पार्क दादरी कंटेनर डिपो के नजदीक होगा, जिससे पश्चिमी यूपी के कई जिलों का माल यहां से गुजरने की उम्मीद है।
भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया का आगाज़-
जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए 2013 के भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन अधिनियम की धारा-11 के तहत अधिसूचना जारी करने की तैयारी कर ली है। एसआईए स्टडी की रिपोर्ट आने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
नए रोजगार और विकास की संभावनाएं-
इस लॉजिस्टिक पार्क के निर्माण से न केवल अलीगढ़ के आर्थिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह परियोजना पश्चिमी यूपी के औद्योगिक परिदृश्य को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखती है, जिससे स्थानीय उद्योगों को बड़ा लाभ होगा। टप्पल का यह लॉजिस्टिक पार्क अलीगढ़ और आसपास के क्षेत्र में विकास और रोजगार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका सफल क्रियान्वयन क्षेत्र को औद्योगिक हब बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।