बड़ी खबरें

पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं एक दिन पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध एक दिन पहले बीजेपी दफ्तर पहुंचे पीएम मोदी, पार्टी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत एक दिन पहले कांग्रेस 63 से 15, बीजेपी 79 से 133 पहुंची:महाराष्ट्र चुनाव में किनारे लगे उद्धव और शरद एक दिन पहले 15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे:वायनाड में प्रियंका 4 लाख+ वोटों से जीतीं; MP में मंत्री हारे, यूपी की 9 में 7 पर भाजपा गठबंधन जीता एक दिन पहले झारखंड में फिर से हेमंत सरकार:56 सीटों पर धमाकेदार जीत; हेमंत बोले- I.N.D.I.A. का परफॉर्मेंस अच्छा, रांची में पोस्टर- शेरदिल सोरेन फिर आया एक दिन पहले 33 साल बाद कटेहरी में खिला कमल:धर्मराज निषाद ने 34 हजार वोटों से शोभावती को हराया एक दिन पहले

गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होंगे PM Modi

Blog Image

पीएम मोदी बहुत जल्द गोरखपुर का दौरा कर सकते है। बताया जा रहा है कि 7 जून को पीएम गोरखपुर आ सकते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर गीताप्रेस ने अपनी तैयारी कर ली है। शिव महापुराण का विशिष्ट अंक छपकर तैयार हो गया है। 200 रंगीन शिव लीला चित्रों वाले इस विशिष्ट अंक का विमोचन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। 1,088 पृष्ठ की इस पुस्तक का मूल्य 1,500 रुपये रखा गया है। पहले संस्करण में पांच हजार पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं। इसको लेकर गीता प्रेस के प्रबंधक डॉ. लालमणि तिवारी के मुताबिक 200 रंगीन लीला चित्रों के साथ आर्ट पेपर पर शिव महापुराण के प्रकाशन पहली बार हुआ है।

हनुमान चालीसा को पहली बार आर्ट पेपर पर चित्रों के साथ छापा गया था। अब इसके बाद श्रीमद्भागवत गीता, रामचरितमानस, दुर्गा सप्तशती, सुंदर कांड और शिव पुराण को छापा गया है। बताया कि शिव महापुराण की अब तक 22.5 लाख से अधिक प्रतियां हिंदी, गुजराती, बांग्ला, तेलुगू, कन्नड़, तमिल और उड़िया भाषा में प्रकाशित हो चुकी हैं। गीता प्रेस से अब तक सात भाषाओं में शिव महापुराण का प्रकाशन हो चुका है। इनमें सबसे ज्यादा हिंदी, दूसरे स्थान पर गुजराती भाषा की प्रतियां छापी गई हैं।  

आपको बता दें कि गोरखपुर से चलने वाली पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को सात जुलाई को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखा सकते हैं। जबकि कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के हाथों शिलान्यास होगा। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन भवन के पुनर्विकास योजना का भी प्रधानमंत्री शिलान्यास कर सकते हैं। 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें