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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं के साथ पहुंचे हैं। उन्होंने यहां संत रविदास की नई प्रतिमा का लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने संत गुरु रविदास की 647वीं जयंती समारोह को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, ‘‘लोग जातपात के फेर में उलझे और उलझाते रहते हैं। यह रोग मानवता का नुकसान करता है। संतों की वाणी हमें रास्ता भी दिखाती है और सावधान भी करती है। देश को जाति के नाम पर उकसाने और लड़ाने में भरोसा रखने वाले इंडी (INDIA) गठबंधन के लोग दलितों वंचितों के लिए हर योजना का विरोध करते हैं और जाति के नाम पर अपने परिवार के स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं।’’ इस दौरान पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
गरीब और वंचितों के लिए हुआ काम-
पीएम मोदी ने कहा कि,जो लोग विकास की मुख्य धारा से जितना दूर रह गये थे, पिछले 10 सालों में उनको ध्यान में रखते हुए काम हुए हैं। पहले जिस गरीब को सबसे आखिरी और सबसे छोटा माना जाता था, आज सारी योजनाएं उनके लिए ही बनाई जा रही हैं। हमने स्वच्छ भारत योजना अभियान चलाया, हर परिवार को शौचालय का लाभ दिया। खासकर दलित माताओं और बहनों को इसका लाभ हुआ है। साथ ही साफ पानी के लिए जल जीवन मिशन चलाया जा रहा है। इसके तहत 11 करोड़ से ज्यादा घरों तक पाइप से पानी पहुंचाया गया। साथ ही आयुष्मान कार्ड बनाए गये और जनधन खाते भी खुलवाए गये हैं।
पांच सालों में सफलता के नए प्रतिमान गढ़ेगा भारत-
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे ज्ञान, विज्ञान और आध्यात्म के उत्थान में जिन भाषाओं का सबसे बड़ा योगदान रहा है, संस्कृत उनमें सबसे प्रमुख है। भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख अभिव्यक्ति है। अगले पांच वर्षों में देश इसी आत्मविश्वास से विकास को नई रफ्तार देगा। और देश सफलताओं के नए प्रतिमान गढ़ेगा। और यह मोदी की गारंटी है।
रविदास जन्मस्थली के लिए कई करोड़ की योजनाएं-
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने संत रविदास की 647वीं जयंती के दौरान 101 करोड़ से सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास मंदिर से संबंधित आध्यात्मिक पर्यटन विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास किया। सीएम योगी ने कहा कि, समाज में सबका साथ-सबका विकास का मंत्र साकार हो रहा है। हर गरीब को मकान, शौचालय, पांच लाख रुपये की आयुष्मान भारत की गारंटी मिल रही है। साथ ही जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति की जा रही है। स्वतंत्र भारत में पहली बार बाबा साहेब के पंच तीर्थों को सम्मान देने का कार्य हुआ है।
Baten UP Ki Desk
Published : 23 February, 2024, 5:29 pm
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