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देशभर में खुशबू फैलाने वाले गेंदा और गुलाब के फूल अब विदेशों में भी महकेंगे। पहली बार बुधवार को काशी के एयरपोर्ट से संयुक्त अरब अमीरात को गेंदा और गुलाब का फूल निर्यात किया गया है। यह दोनों ही यूईए में सैंपल की तौर पर भिजवाए गए हैं। अभी तक वाराणसी एयरपोर्ट से बनारसी लंगड़ा आम, हरी मिर्च और मौसमी सब्जियों का निर्यात किया जाता है।
पहली बार काशी से 400 किलों गेंदा हुआ निर्यात-
आपको बता दे कि काशी के लाल बहादुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली बार सैंपल के तौर पर 400 किलो गेदें के फूलों को यूईए भिजवाया गया है। जिसे एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने वर्चुअल हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों के निर्यात में किसान उत्पाद संगठन (एफपीओ) को जोड़ा जा रहा है। इसका सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल रहा है।
इसी बीच एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि 200 विशेष डिब्बे में 400 किलो गेंदे का फूल संयुक्त अरब अमीरात भेजा गया है। एपीडा की मदद से वाराणसी से 90 से 100 मीट्रिक टन कृषि उत्पादों का निर्यात प्रति माह हो रहा है। फूलों के निर्यात से किसानों की आय बढ़ेगी। वाराणसी के एफपीओ मधुजनसा फीड फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन लिमिटेड ने फूलों की खेप का निर्यात किया है। इसमें गेंदे के पीले और ऑरेंज दोनों ही रंग के फूल शामिल हैं।
भारत के कृषि निर्यात को देगा बढ़ावा-
इसी के साथ आपको बता दे कि किसानों के लिए सब्जियों और अन्न की फसलों की खेती के साथ साथ गेंदा भी एक बहुउपयोगी फसल है, और इस फसल के द्वारा किसानों को अधिक आमदनी भी होती है और प्रमुख रूप से गेंदा पूरे वर्ष भर उगाया जा सकता है। इतना ही नहीं यह अपने खूशबू के साथ साथ औषधिय गुणों से भी भरपूर होता है और इसकी खेती को आवारा मवेशी भी इसे नुकसान नहीं पहुंचाते। ऐसे यदि भारत का गेंदा विदेशों में निर्यात किया जाएगा तो यह भारत के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के साथ साथ भारत को विदेशी मुद्रा अर्जित करने में भी मदद करेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 16 November, 2023, 1:59 pm
Author Info : Baten UP Ki