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कैंसर के मरीजों को तलाशेगा लोहिया संस्थान, गांव-गांव जाकर की जाएगी कैंसर की जांच

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कैंसर की बीमारी पर काबू पाने के लिए लखनऊ का डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान अब दूरदराज के इलाकों में मरीजों की तलाश करेगा। इसके लिए संस्थान ने कैंसर स्क्रीनिंग वैन चलाने का फैसला किया है। यह वैन लखनऊ के आसपास गांव-गांव जाकर कैंसर की जांच के लिए लोगों के सैंपल लेगी।

वैन करेगी मरीजों की जांच-

डॉक्टरों और जानकारों का कहना है कि कैंसर का इलाज संभव है बसर्ते समय रहते इस बीमारी का पता लग जाए जिससे समय से इलाज किया जा सके।  डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान  के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के तहत वैन का संचालन किया जाएगा। वैन में बेसिक जांच के सभी उपकरण  उपलब्ध होंगे। इस दौरान किसी में कैंसर के लक्षण  दिखने पर बायोप्सी के लिए टिश्यू का सैंपल लेकर लैब भेजा जाएगा। जांच में कैंसर की पुष्टि होने पर मरीज को बुलाकर इलाज शुरू करवाया जाएगा। इससे कैंसर गंभीर होने से पहले ही लोगों को इलाज मिल सकेगा जिससे उनको इस गंभीर बीमारी से बचाया जा सकेगा। 

अमेरिका-चीन के बाद भारत में सबसे ज्यादा कैंसर मरीज-  

आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीज भारत में है। 2020 में 1.93  करोड़ नए कैंसर मरीज  सामने आए थे। जिनमें 14 लाख से अधिक भारतीय हैं। इतना ही नहीं, भारत में सालाना बढ़ते कैंसर मामलों के चलते 2040 तक इनकी संख्या में 57.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी होने की आशंका है।
यह जानकारी साझा करते हुए नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर ने कहा है कि देश के अधिकांश क्षेत्रों में कैंसर की सही निगरानी नहीं हो पा रही है, जिसका गंभीर परिणाम यह भी है कि अधिकांश मामलों में बीमारी का देरी  से पता चल रहा है। 

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