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कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान, 8 देशों के साथ साइन हुआ MoU

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कानपुर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। कानपुर यूनिवर्सिटी ने छात्र-छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगें बढ़ाने के लिए विश्व के कई देशों के साथ एमओयू को साइन किया है। जिसका उद्देश्य भारत में रहने वाले छात्र- छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने का है। जिससे यहां के छात्रों को ग्लोबल स्कोप मिल सके। 

8 देशों के साथ साइन हुआ एमओयू-

आपको बता दे कि कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने कई अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कानपुर यूनिवर्सिटी ने छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने के लिए विश्व के आठ देशों के साथ इन समझौतों पर एमओयू साइन किया है। इस एमओयू में छात्रों के लिए मुख्य रूप से स्टूडेंट एक्सचेंज, प्रोग्राम फैकल्टी एक्सचेंज, प्रोग्राम जॉइंट रिसर्च, जॉइंट कॉन्फ्रेंस शामिल है। साथ ही यूके और यूएस जैसे देशों के साथ बातचीत चल रही है। जिससे आगे एमओयू किया जाएगा। 

वहीं कानपुर विश्वविद्यालय के एमओयू को लेकर इंटरनेशनल रिलेशंस सेल के प्रभारी डॉक्टर प्रभात द्विवेदी ने बताया कि कुलपति विनय पाठक के निर्देश पर लगातार कानपुर विश्वविद्यालय अपने छात्र-छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय स्कोप देने के लिए काम कर रहा है। जिसके तहत इस सेल का गठन किया गया है। अब तक हम लोग 8 अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन कर चुके हैं। साथ ही अभी और विश्वविद्यालय के साथ बात चल रही है। वहीं 2024 तक हमारे यहां के स्टूडेंट अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में जाकर वहां पर पढ़ाई भी करेंगे। रिसर्च भी करेंगे और वहां के बच्चे यहां पर आकर पढ़ाई और रिसर्च कर सकेंगे।

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के लाभ- 

दरअसल, कानपुर विश्वविद्यालय की इस पहल से छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने और अपना लक्ष्य हासिल करने में भी मदद मिलेगी। इस योजना के तहत छात्र दूसरे देशों की यूनिवर्सिटीज में जाकर पढ़ाई कर सकते हैं। जिससे उन्हें विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं के बारे में जानने का मौका मिलेगा, साथ वहां की तकनीकियों को समझने का मौका भी मिलेगा, और इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय शिक्षा का अनुभव मिलेगा जिससे वह अपने कौशल में सुधार कर सकेंगे।

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