बड़ी खबरें

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) का सुझाव, घरेलू ईवी कंपनियों को अपने दम पर बढ़ने दे भारत, नई ऊंचाई पर है विदेशी मुद्रा भंडार 19 घंटे पहले अब टीकाकरण की मिलेगी ऑनलाइन जानकारी, गर्भवती महिलाओं-नवजातों के लिए इसी महीने शुरू होगा यूविन पोर्टल 19 घंटे पहले यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा की आंसर सीट को लेकर आया अपडेट, उत्तरों पर आपत्ति होने पर दर्ज कर सकते हैं शिकायत 19 घंटे पहले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में ऊर्जा सेक्टर में निवेशकों को करेंगे आकर्षित, इसी महीने होंगे दो बड़े आयोजन 19 घंटे पहले लखनऊ में आज दोपहर बाद बारिश की संभावना, 24 घंटे में 5.6 MM हुई बरसात 19 घंटे पहले पैरालंपिक शॉटपुट F57 में होकाटो सीमा ने जीता कांस्य पदक, भारत की झोली में पेरिस से आए अब तक 27 मेडल 19 घंटे पहले एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL) सिक्योरिटी में ऑफिसर, सुपरवाइजर की निकली वैकेंसी, 24 सितंबर 2024 है आवेदन करने की लास्ट डेट 19 घंटे पहले एसएससी सीएचएसएल 2024 टियर-1 परीक्षा के परिणाम जारी, उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं रिजल्ट 19 घंटे पहले

यूपी के युवा अगर अपनाएंगे ये नियम तो, मिलेगा 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब !

Blog Image

उत्तर प्रदेश में परिवार नियोजन के महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की गई है, जिसके तहत परिवार नियोजन साधन अपनाने वाले युवाओं को 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब दिया जाएगा। यह पहल राज्य सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण और जनस्वास्थ्य सुधार के उद्देश्य से शुरू की गई है।

कठपुतली शो का आयोजन-

अब प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय वाले जिलों में मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। सम्मेलनों के जरिए परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने की मुहिम चलेगी। साथ ही मैजिक शो व कठपुतली शो भी आयोजित किए जाएंगे।

परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता-

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें इसके लाभों के बारे में शिक्षित करना है। मंत्री ने कहा, "परिवार नियोजन साधन अपनाने वाले युवाओं को 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब देकर हम उन्हें सम्मानित करेंगे और समाज में उनका उदाहरण पेश करेंगे।"

सास-बहू सम्मेलन का हुआ था आयोजन-

पुरुषों की भागीदारी ठीक से न हो पाने के चलते ही प्रदेश में परिवार नियोजन को लेकर चलाई जा रही मुहिम परवान नहीं चढ़ पा रही। इस अभियान को गति देने के लिए पहले सास-बहू सम्मेलन शुरू किए गए थे लेकिन पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए फिर इन सम्मेलनों का स्वरूप बदल कर सास-बहू-बेटा सम्मेलन कर दिया गया। बावजूद इसके अभी स्थिति में बहुत ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। संस्थागत प्रसव बढ़ने के चलते प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में सुधार हुआ है।

230 ब्लाकों में मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन

स्टेट इनोवेशन इन फेमिली प्लानिंग सर्विसेज प्रोजेक्ट एजेंसी (सिफ्सा) के अधिशासी निदेशक ने इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसके तहत प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालय वाले जिलों के 230 ब्लाकों में मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हर ब्लाक के 20 सब सेंटरों पर यह आयोजन होगा। पहला चरण इसी माह 30 जुलाई तक चलेगा। यह मुहिम स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरुषों को फैमिली प्लानिंग को लेकर जागरूक करने के लिए शुरू की जा रही है।

अभियान के मुख्य बिंदु-

जागरूकता अभियान-

राज्य सरकार द्वारा स्कूलों, कॉलेजों, और विभिन्न सामाजिक प्लेटफॉर्म्स पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें परिवार नियोजन के लाभों और साधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

सम्मान समारोह-

प्रत्येक जिले में एक विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा, जहां परिवार नियोजन साधन अपनाने वाले युवाओं को 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब दिया जाएगा।

प्रोत्साहन-

इस अभियान के तहत 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब पाने वाले युवाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें विशेष प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

स्वास्थ्य सेवाएं-

परिवार नियोजन साधनों की आसान उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए जाएंगे।

युवाओं की प्रतिक्रिया-

इस अभियान की शुरुआत से ही युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है। लखनऊ के एक युवा, अमित शर्मा ने कहा, "मुझे खुशी है कि सरकार ने ऐसी पहल शुरू की है जो हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण है। इससे न केवल जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिलेगी बल्कि हमारे स्वास्थ्य और भविष्य के लिए भी लाभकारी साबित होगा।"

विशेषज्ञों की राय-

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के जागरूकता अभियान और सम्मान समारोह से युवाओं में परिवार नियोजन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होगा। समाजशास्त्री डॉ. अनीता वर्मा ने कहा, "युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिलने से वे परिवार नियोजन के महत्व को समझेंगे और इसे अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।"

इस पहल से क्या होगा ?

उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल न केवल जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों में मददगार साबित होगी बल्कि युवाओं में स्वास्थ्य और जागरूकता के प्रति एक नया दृष्टिकोण भी विकसित करेगी। 'मिस्टर स्मार्ट' का खिताब पाने वाले युवाओं को समाज में एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित होंगे। यह अभियान राज्य के भविष्य को एक नई दिशा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें