बड़ी खबरें

पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं 12 घंटे पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध 11 घंटे पहले बीजेपी दफ्तर पहुंचे पीएम मोदी, पार्टी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत 5 घंटे पहले कांग्रेस 63 से 15, बीजेपी 79 से 133 पहुंची:महाराष्ट्र चुनाव में किनारे लगे उद्धव और शरद 5 घंटे पहले 15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे:वायनाड में प्रियंका 4 लाख+ वोटों से जीतीं; MP में मंत्री हारे, यूपी की 9 में 7 पर भाजपा गठबंधन जीता 5 घंटे पहले झारखंड में फिर से हेमंत सरकार:56 सीटों पर धमाकेदार जीत; हेमंत बोले- I.N.D.I.A. का परफॉर्मेंस अच्छा, रांची में पोस्टर- शेरदिल सोरेन फिर आया 5 घंटे पहले 33 साल बाद कटेहरी में खिला कमल:धर्मराज निषाद ने 34 हजार वोटों से शोभावती को हराया 5 घंटे पहले

ज्ञानवापी में पूजा-अर्चना मामले में कोर्ट में सुनवाई, ASI सर्वे का आज नवां दिन

Blog Image

ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे का आज नवां दिन है। बीते 8 दिनों से भारतीय पुरात्तव विभाग यानी ASI की टीम का वैज्ञानिक तरीके से सर्वे जारी है। जिसके तहत ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार से लेकर तहखानों, गुंबद और छत की ढलाई की बारीकी से जांच की जा रही है। इस बीच ज्ञानवापी में पूजन की मांग को लेकर अदालत में लंबित एक मुकदमे में आज यानी 11 अगस्त को सुनवाई होगी। इससे पहले अदालत ने मुकदमे में आम लोगों को भी पक्षकार बनने प्रार्थना पत्र देने और अपनी आपत्ति दर्ज करने का मौका दिया है। अगर कोई इस मामले में पक्षकार बनना चाहता है तो वो अपना पक्ष रख सकता है।

डुगडुगी बजाकर लोगों को दी गई जानकारी-

ज्ञानवापी में पूजन की मांग को लेकर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की ओर से मुस्लिम व हिन्दू पक्ष दोनों की तरफ से आम लोगों को भी इसमें पक्षकार बनने का मौका दिया गया है। आम लोगों को इसके बारे में जानकारी देने के लिए चौक इलाके में डुगडुगी बजाकर लोगों को इसकी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई भी इस मुकदमें में पक्षकार बनना चाहता है। या फिर अपनी कोई आपत्ति दाखिल करना चाहता है तो वो 11 अगस्त को सुबह साढ़े 10 बजे तक व्यक्तिगत अथवा अपने वकील के जरिए बात रख सकता है

जानें क्या है पूरा मामला-

आपको बता दें कि ज्ञानवापी में पूजन को लेकर संजय कुमार रस्तोगी, नवीन कुमार, अमित कुमार सिंह और अखंड प्रताप सिंह ने सिविल जज की अदालत में एक वाद दायर किया है। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि ज्ञानवापी परिसर जो लोहे की बैरिकेडिंग से घिरा हुआ है उसमें स्थित मां श्रृंगार गौरी, आदि विश्वेश्वर सहित सभी देवी  देवताओं को नियमित पूजा व दर्शन हो सके और प्रतिवादी  इसमें कोई अवरोध न उत्पन्न न करें।  यहां पर हिन्दुओं को बिना किसी रोक-टोक के आने-जाने दिया जाए। यहां पर जो हिन्दू धर्म के प्रतीक चिन्ह जैसे त्रिशूल, कमल का फूल और घंटी हैं उन्हे नष्ट न किया जाए। जिसके बाद कोर्ट ने आम लोगों को इसमें पक्षकार बनने का मौका दिया है। इस मामले में आज सुनवाई होनी है। इसमें अंजुमन इंतजामिया कमेटी और काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को प्रतिवादी बनाया गया है।

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें