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उत्तर प्रदेश में बिजली कनेक्शन की दरों में जल्द ही बढ़ोतरी हो सकती है। यदि पावर कॉर्पोरेशन के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग मंजूरी दे देता है तो उसका सीधा उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। दरअसल, उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने चौथी बार कॉस्ट डेटा बुक में संशोधन करने का प्रस्ताव राज्य विद्युत नियामक आयोग (UPERC) में रखा है।
आपको बता दें कि इस प्रस्ताव में नए कनेक्शन और उपभोक्ता सामग्री की वस्तुओं में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। लेकिन पावर कॉरपोरेशन का कहना है कि बिजली उत्पादन और वितरण की लागत बढ़ गई है, इसलिए कनेक्शन की दरों में वृद्धि आवश्यक है। कनेक्शन की दरों में वृद्धि से बिजली कंपनी को अपने खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी और UPERC इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
30 से 35% तक हो सकती है बढ़ोतरी-
यदि आयोग इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो उत्तर प्रदेश में बिजली कनेक्शन की दरें 30 से 35% तक बढ़ जाएंगी और इस बढ़ोतरी से छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों को सबसे अधिक नुकसान होगा। इन व्यवसायों को अपने बिजली बिलों में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनकी लागत बढ़ेगी। इन्हीं दरों उत्तर प्रदेश के राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि हर स्तर पर बिजली दरें बढ़ाने का विरोध किया जाएगा। जल्द ही जब आयोग रिव्यू पैनल सब कमेटी की बैठक बुलाएगा तो उसमें अव्यवहारिक दरों का विरोध करेंगे।
कॉस्ट डाटा बुक प्रस्ताव में बदलाव-
इसी के साथ बता दें कि पावर कॉर्पोरेशन ने विद्युत वितरण निगमों की ओर से नियामक आयोग को सितंबर महीने में भी ये प्रस्ताव भेजा था। जिसके भारी विरोध करने के पर आयोग ने प्रस्ताव की दरें संशोधित करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद नई संशोधित कॉस्ट डाटा बुक प्रस्ताव में ट्रांसफार्मर की व्यवस्था में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। जिसको लेकर बताया कि 16 केवीए 3 फेस व 10 केवीए सिंगल फेस ट्रांसफार्मर के चलते किसानों को राहत मिलेगी। उन्हें 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाना अनिवार्य नहीं होगा। अब 12 किलो वाट नए कनेक्शन व 12 हॉर्स पावर तक के नए निजी नलकूप पर 16 केवीए ट्रांसफार्मर से भी काम चल सकता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 14 October, 2023, 2:44 pm
Author Info : Baten UP Ki