बड़ी खबरें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का Artificial intelligence (AI) की मदद से डीपफेक वीडियो बनाकर साइबर अपराधियों ने सीएम से डायबिटीज की दवा का प्रचार करा दिया। यही नहीं एक अन्य वीडियो में सीएम से एक दवा खरीदने की अपील भी कराई गई। इस डीपफेक वीडियो प्रकरण में लखनऊ के साइबर थाने में 2 एफआईआर दर्ज की गई हैं। डीपफेक वीडियो में सीएम योगी का चेहरा इस्तेमाल करके दवा खरीदने की अपील की जा रही है। इस मामले में पुलिस ने फेसबुक मुख्यालय से जानकारी मांगी है।
क्या है पूरा मामला?
साइबर क्राइम थाने के मुताबिक एआई टूल का इस्तेमाल कर बनाया गया डीपफेक वीडियो फेसबुक पर grace garsias नाम की प्रोफाइल से पोस्ट किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वीडियो इस्तेमाल किया गया है। वीडियो में एआई के माध्यम से जो ऑडियो डाला गया है, उसमें कहा जा रहा है, 'दवा भारतीय वैज्ञानिकों ने तैयार की है। जो भी व्यक्ति इस वेबसाइट से दवा खरीदेगा उसको भगवान का सम्मान मिलेगा'। लोगों को झांसा देने के लिए सीएम के चेहरे का वीडियो में इस्तेमाल किया गया है। 2 टीमें इन मामलों की जांच कर रही हैं।
सोशल मीडिया पर AI से ठगी-
कुछ महीनों में एआई (AI ) के जरिये बनाए गए डीपफेक वीडियो का सोशल मीडिया पर अंबार लग गया है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, साइबर अपराधी एआई का गलत इस्तेमाल करके ठगी कर रहे हैं। वहीं तमाम तरह की अफवाहें भी इस तरह के वीडियो से फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया और किसी भी अन्य प्लेटफार्म पर दिखने वाले वीडियो की जांच करने के बाद ही उस पर भरोसा करें।
इससे पहले के डीपफेक वीडियो-
इससे पहले भी कई बड़ी हस्तियों के डीपफेक वीडियो सामने आ चुके हैं। सबसे पहले एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सामने आया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। फिर भी ये सिलसिला रुका नहीं । इसके बाद सारा तेंदुलकर और शुभमन गिल का भी एक डीपफेक वीडियो सामने आया था।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 March, 2024, 1:06 pm
Author Info : Baten UP Ki