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केंद्र सरकार का गन्ना किसानों को गिफ्ट, 315 रुपये प्रति क्विंटल का रेट तय

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खरीफ फसलों के MSP बढ़ाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने गन्ना किसानों को भी बड़ी सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सरकार ने अगले सीजन के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (Fair and Remunerative Prices) को बढ़ाने का फैसला किया है। गन्ने के एफआरपी में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। गन्ने की नई एफआरपी अब 315 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 2023-24 के लिए गन्ना के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल का रेट तय किया गया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, कि कैबिनेट ने वर्ष 2023-24 के लिए गन्ना की कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल के अब तक के सबसे उच्चतम उचित और लाभकारी मूल्य को मंजूरी दी है। इस निर्णय से 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों के साथ-साथ चीनी मिलों और सहायकक गतिविधियों में कार्यरत 5 लाख श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा। 

कैबिनेट ने कई अन्य योजनाओं को किया मंजूर-

केंद्रीय कैबिनेट ने इसके साथ ही पीएम-प्रणाम योजना (PM-PRANAM Scheme) और यूरिया गोल्ड योजना सहित कई अन्य योजनाओं को भी मंजूरी दी है। कृषि प्रबंधन  योजना के लिए वैकल्पिक पोषक  तत्वों को बढ़ावा देने वाली इस योजना का उद्देश्य जैव उर्वरकों के साथ-साथ उर्वरकों के संतुलित उपयोग को बढ़ावा देना है। आपको बता दें कि इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2023-24 के बजट में की थी। इसके पीछे प्रेरक बिंदु रासायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी के बोझ को कम करना है। जो वर्ष 2022-23 में 2.25 लाख करोड़  रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वर्षों की तुलना में बहुत अधिक है। 

 

 

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