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स्मार्ट कक्षाओं के संचालन में बरेली प्रदेश में नंबर वन जिला बना

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो रहा है। डिजिटल इंडिया की मुहिम अब रंग ला रही है। उत्तर प्रदेश का एक ऐसा जिला है जहां पर सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के जरिए बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के संचालन में  बरेली पूरे प्रदेश में नंबर वन जिला बन गया है। जिले के सभी 2,483 परिषदीय सकूलों में तीन लाख से अधिक बच्चे अब स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। 63 राजकीय इंटर कॉलेजों में भी यह सुविधा उपलब्ध हो गई है।  इससे विद्यार्थी डिजिटल कंटेंट प्राप्त कर रहे हैं। आपको बता दें कि प्रदेश में 15 हजार स्मार्ट क्लास  की सुविधा वाले विद्यालयों में 2500 से अधिक सिर्फ बरेली जिले के ही हैं।

बरेली के अधिकारियों ने पेश किया उदाहरण-

उत्तर प्रदेश के महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बरेली के अधिकारियों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि बरेली के अधिकारियों ने सरकारी बजट और सीएसआर फंड का बेहतर उपयोग करके स्कूलों में डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है। आनंद ने कहा कि डिजिटल तकनीक से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे ऑडियो-विजुअल से ज्यादा बेहतर तरीके से सीख और समझ सकते हैं। ऐसे में बरेली के अधिकारियों का यह प्रयास भारत के डिजिटल इंडिया मिशन के लक्ष्य को पाने में काफी सहयोगी साबित होगा।

पठन-पाठन को मिलेगा बढ़ावा-

बरेली के बीएसए संजय सिंह के मुताबिक जिले के सभी विद्यालय स्मार्ट कक्षाओं से युक्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि  60 फीसदी स्कूलों में विभागीय योजनाओं में 20 फीसदी सीएसआर फंड व 20 फीसदी बरेली डेवलपमेंट अथॉरिटी के सहयोग से स्मार्ट क्लास विकसित किए गए हैं। सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास हो जाने से बच्चों की सीखने की क्षमता भी बढ़ रही है। अगर किसी स्कूल में शिक्षक कम या उपस्थित नहीं है तो भी  बच्चों की पढ़ाई इससे प्रभावित नहीं होगी। वह स्मार्ट क्लास में ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं। इन स्मार्ट कक्षाओं से बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ी है।

 

 

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