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दिल्ली समेत यूपी के जिलों में बढ़ रहा AQI का आंकड़ा, 5,000 वाहनों का कटा चलान

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दिल्ली एनसीआर समेत यूपी के कई जिलों में दिन पर दिन प्रदूषण का खतरा बढ़ता ही जा रहा। जिसकी वजह से अब लोगों को खुली हवा में सांस लेने में भी कठिनाई हो रही है। बता दे कि गाजियाबाद के लोनी इलाके में हालात बद से बदतर बने हुए हैं। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, आज में लोनी का एक्यूआई 490 के करीब पहुंच गया है। ग्रेटर नोएडा में भी यही हाल है।

लालबाग में 270 दर्ज हुआ एक्यूआई-

इसी के साथ साथ लखनऊ में भी लोगों का खुली हवा में सांस लेना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। आज लखनऊ के लालबाग में 270 AQI दर्ज किया गया। वहीं शनिवार को मेरठ का एक्यूआई 384 से घटकर 340 के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन अब तक स्मॉग से राहत नहीं मिली है। जिले के भीतर सबसे अधिक प्रदूषित इलाका पल्लवपुरम रहा। यहां AQI 383 के स्तर पर पहुंच गया। जयभीमनगर में 313, गंगानगर में 323 AQI दर्ज किया गया।

इस कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत व आंखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मेरठ में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाला धुआँ, उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषण और धूल है। मेरठ में कई बड़े उद्योग हैं जो प्रदूषण फैलाते हैं। इसके अलावा, मेरठ में सड़कों पर वाहनों का दबाव भी बहुत अधिक है। इन दोनों कारणों से मेरठ में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।

5,000 से अधिक वाहनों के पर हुई कार्रवाई-

ऐसे में सरकार की तहफ से  5,000 गाड़ियों का चालान काटा है, दरअसल, लोनी में नगर पालिका कार्यालय पर एक्यूआई मॉनिटरिंग सिस्टम लगा है। उसी के पास लगातार वाटर कैनन चलाकर मशीन को बनाया जा रहा है, ताकि आंकड़े सही दर्शाए जाएं। नोएडा प्राधिकरण ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का उल्लंघन करने पर 272 स्थलों पर एक करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया है। बीते तीन दिनों में नियमों के उल्लंघन के आरोप में 40 स्थलों पर 22.75 लाख का जुर्माना लगाया गया है।

वर्क सर्कल तीन के वरिष्ठ प्रबंधन का रोका वेतन-

यही नहीं, क्षेत्र में वायु प्रदूषण नियंत्रण पर लापरवाही पर वर्क सर्कल तीन के वरिष्ठ प्रबंधन का वेतन भी रोक दिया गया है। प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने वायु प्रदूषण की रोकथाम के बाबत ऑनलाइन बैठक बुलाई। इसमें सभी विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इसमें बताया गया कि रोजाना 60 स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही साथ महत्वपूर्ण निर्माण स्थलों पर 66 स्मोक गन लगाई गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन अधिनियम के तहत एनसीआर में संबंधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के निर्देश के तहत एक पखवाड़े में 5,000 से अधिक वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 

 

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