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अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। इसी बीच रामलला के भव्य जलाभिषेक की तैयारी भी शुरू हो गई है। 23 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 155 देशों की नदियों से भगवान राम का जलाभिषेक करेंगे। जिसमें पाकिस्तान, चीन, अरब देश, अमेरिका, युक्रेन, टोबैगो, थाईलैंड और मॉरीशस सहित कई देश शामिल है। बताया जा रहा है कि साल 2020 से ही दुनियाभर की नदियों और समुद्रों से जल इकठ्ठा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। बीते कुछ वर्षों में ही इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया था । इसे एक वीडियो के रूप में रिकॉर्ड भी किया गया जिसे 23 अप्रैल को सबके सामने लाया जाएगा।
पाकिस्तान की रावी नदी से भी आया है जल
तांबे के लोटे में अलग-अलग देशों से जल लाया गया है जिसे सील करके हरिद्वार में हरि की पौड़ी पर रखा गया है। पहचान के लिए हर लोटे पर देश के नाम के साथ उनके झंडे का स्टीकर भी लगाया गया है। यहां खास बात यह है कि मंदिर में जलाभिषेक के लिए पाकिस्तान के रावी नदी से भी जल मंगाया गया है। इसके लिए भी एक लंबी प्रक्रिया को अपनाया गया था। पाकिस्तान के कुछ हिंदू मित्रों द्वारा इसे पहले दुबई भेजा गया, इसके बाद जल को दुबई से भारत लाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब राम मंदिर की आधारशिला रखी, उस वक्त देशभर में करीब 1 हजार स्थलों से जल और रज लाकर अर्पित किया गया। इसी की तर्ज पर बीजेपी नेता डॉ. विजय जौली ने अलग-अलग पवित्र नदियों से जल लेकर रामलला का जलाभिषेक करने का विचार रखा था। 23 अप्रैल को उन्ही के नेतृत्व में इस कार्यक्रम को बेहद भव्य बनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और योग गुरु बाबा रामदेव मौजूद रहेंगे । इनके अलावा कार्यक्रम में अयोध्या सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, चंपत राय सहित विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी और तमाम बड़ी हस्तियां मौजूद रहेंगी ।
Baten UP Ki Desk
Published : 7 April, 2023, 3:14 pm
Author Info : Baten UP Ki