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क्या है यू-ट्यूब के CEO का यूपी से कनेक्शन

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आपने ये न्यूज़ तो सुनी ही होगी कि यू-ट्यूब के नए सीईओ भारतीय-अमेरिकी नागरिक नील मोहन बन गए हैं। आज हर भारतीय को उन पर गर्व है, लेकिन लखनऊ वाले तो इस खबर को सुनने के बाद जश्न मना रहे हैं। पर इस खबर में ऐसा क्या है जो लखनऊवासी इतने खुश हो रहे हैं तो आपको बता दें कि नील मोहन का कनेक्शन अपने उत्तर प्रदेश से भी है।

व्यक्तिगत जीवन और कार्यक्षेत्र

नील मोहन का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। लखनऊ के रिवर बैंक कॉलोनी में उनका घर था। उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल से की थी। अब अगर अपने आस-पास के किसी व्यक्ति को या अपने शहर के किसी व्यक्ति को इतनी बड़ी उपलब्धि मिल जाये तो ख़ुशी तो होगी ही। शुक्रवार की जैसे ही लखनऊवासियों ने ये खबर सुनी कि ट्विटर पर नील मोहन से जुड़े ट्वीट की बाढ़ आ गयी। ये ट्वीट उनके साथ पढ़े लोगों, उनके पड़ोसियों और उनके शिक्षकों द्वारा किये गये थे।

आपको बता दें कि नील मोहन को दुनिया गूगल के 100 मिलियन डॉलर मैन के नाम से भी जानती है, क्योंकि गूगल ने 100 मिलियन डॉलर का बोनस देकर उन्हें रोका था। यू ट्यूब के सीईओ बनने से पहले नील मोहन इस कंपनी में बतौर चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर कार्यरत थे। इसके अलावा यू ट्यूब शॉर्ट्स जिन्हें देखने में समय का पता ही नहीं चलता, ये भी नील मोहन की ही देन है।

नील मोहन के दोस्त और ऑनलाइन एजुकेशन बिज़नेस से जुड़े शांतनु कुमार बताते हैं कि साल 1985 में 7th क्लास में एक नया स्टूडेंट आया था जिसे बिलकुल हिंदी बोलना नहीं आता था, ये स्टूडेंट कोई और नहीं बल्कि नील मोहन ही थे। हालांकि बाद में उन्होंने हिंदी बोलना सीख लिया था। उनके दोस्तों का कहना है कि नील मोहन का ज़्यादातर समय लाइब्रेरी में ही बीतता था। नील मोहन की क्लास 9th की टीचर निशि पांडेय का कहना है कि नील मोहन होनहार छात्र थे।

इंटरमीडिएट के बाद नील मोहन आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। नील मोहन ने यू-ट्यूब के अलावा माइक्रोसॉफ्ट और बायो-टेक की भी कंपनी में काम किया है।

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