बड़ी खबरें

एलन मस्क को कोर्ट से झटका, टेस्ला के 55 अरब डॉलर के वेतन पैकेज को अदालत ने फिर किया खारिज 10 घंटे पहले ब्रेन रोट' बना 2024 का वर्ड ऑफ द ईयर 10 घंटे पहले अंतिम मंजूरी के बाद ऑपरेशन के लिए तैयार INS विक्रांत, समुद्री इतिहास में निर्मित सबसे बड़ा युद्धपोत 10 घंटे पहले चिन्मय दास को एक महीने जेल में ही रहना पड़ेगा, कोई वकील नहीं हुआ पेश, जमानत पर टली सुनवाई 10 घंटे पहले यूपी में 661 पदों पर UPSSSC करेगा भर्ती, 25 जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन, नोटि‍फ‍िकेशन जारी 10 घंटे पहले कानपुर में एलीवेटेड रोड के लिए सर्वे शुरू, भूमि अधिग्रहण के लिए निर्देश जारी, लखनऊ-इटावा NH से जोड़ा जाएगा 10 घंटे पहले देश में इस शहर की हवा अमृत, GRAP की पाबंदियों ने भी दिल्ली को नहीं दिलाई राहत, नवंबर में रही सबसे ज्यादा प्रदूषित 3 घंटे पहले संभल हिंसा में विदेशी कारतूस का इस्तेमाल, फोरेंसिक टीम को पाकिस्तान मेड 9 MM के 2 मिसफायर और 1 मिला खोखा 3 घंटे पहले चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की सुनवाई से CJI हटे, नई बेंच 6 जनवरी से सुनवाई करेगी, CJI को पैनल से हटाने पर कांग्रेस ने याचिका लगाई 3 घंटे पहले

यूपी में आर्गेनिक दूध के लिए बनी योजना क्या है?

आजकल हर तरफ ऑर्गेनिक का बोलबाला है। सब्जी, फल, मसाले, दालें, आटा सभी कुछ ऑर्गेनिक मिलने लगा है। लोग भी स्वस्थ्य को देखते हुए ऑर्गेनिक चीजों को खासा पसंद कर रहे हैं ऐसे में अब ऑर्गेनिक यानी जैविक दूध का भी प्रचलन बढ रहा है। जल्द ही बाजार में जैविक दूध उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती केंद्र यानी (NCONF)गाजियाबाद ने योजना तैयार की है, जिसके जरिए देश में जैविक खेती कर रहे 14 लाख किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचाया जाएगा।  इस योजना में पशुओं का प्रमाणीकरण होगा जिसके बाद पशुपालक या किसान उसके दूध को जैविक उत्पाद के तौर पर बाजार में बेच सकेंगे। 

क्या है योजना—  
इय योजना के जरिए जैविक खेती कर रहे किसानों को जैविक दूध उत्पादन की ओर अग्रसर करके उनकी आय में बढ़ोतरी करना है। इसके लिए राष्ट्रीय जैविक एवं पाकृतिक खेती केंद्र किसानों के यहां पले पशुओं का प्रमाणीकरण करेगा। इसमें गाय भैंस बकरी ऊंट का भी प्रमाणीकरण होगा। इस योजना को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और पशुपालन विभाग का भी साथ मिल रहा है। NCONF जैविक खेती कर रहे किसानों के लिए अगले हफ्ते कार्यशाला का भी आयोजन करने जा रहा है जिसमें किसानों को जैविक तरीके से पशुपालन और उनके प्रमाणीकरण के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस योजना का शुभारंभ विधिवत अगले महीने से किया जाएगा।

ऐसे होगा प्रमाणीकरण- 
NCONF की  टीम द्वारा ऐसे पशुओं का प्रमाणीकरण किया जाएगा जिन्हें केवल जैविक आहार ही दिया जा रहा हो सिंथेटिक पदार्थ न दिए जाते हों। इन पशुओं को खिलाए जाने वाले चारे के उत्पादन में किसी कीटनाशक रसायन का प्रयोग न किया गया हो। इसके साथ ही प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में यह भी देखा जाएगा कि दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए किसी प्रकार के एंटीबायोटिक या हार्मोन इंजेक्शन का प्रयोग तो नहीं किया गया है। हलांकि किसी बीमारी की हालत में अगर पशुओँ को कोई दवा दी गई हो तो उसका प्रमाणीकरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

क्या होता है जैविक दूध- 

आसान भाषा मे कहें तो ऐसा दूध जिसमे पशुओं को बिना किसी रसायन या कीटनाशक के प्रयोग के शुद्ध जैविक आहार दिया गया हो उससे प्राप्त दूध को जैविक दूध कहा जाता है। आपको बता दें कि पारंपरिक दूध और जैविक दूध में कैलोरी, प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा में कोई अंतर नहीं होता है। जैविक दूध में ओमेगा-3 फैटी एसिड और कंजूगेटेड लिनोलिक एसिड प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है। 

सेहत के लिए किताना फायदेमंद है जैविक दूध-
विशेषज्ञों के मुताबिक ऑर्गेनिक दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। शोध से पता चला है कि ऑर्गेनिक चारा खाने वाली गाय का दूध पीने से शरीर में पॉलिअनसेचुरेटिड फैट में इजाफा होता है। पॉलिअनसेचुरेटिड फैट का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है। आर्गेनिक दूध में गुड कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा सामान्य दूध से दोगुनी ज्यादा होती है। एक नई रिसर्च में यह भी सामने आया है कि ऑर्गेनिक मिल्क में ओमेगा 3 होता है, जो हार्ट के लिए अच्छा होता है।

जैविक दूध औऱ भारत-
भारत में इस कई ऐसी कंपनियां है जो जैविक दूध उपलब्ध करा रही हैं इनमें बेंगलुरू की अक्षयकल्प चेन्नई की अन्नम मिल, हैदराबाद में सिड का फार्म , दिल्ली का IORGANIC दूध और लखनऊ में अमृत दूध

जैविक दूध को बढ़ाने का मुख्य मकसद-
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश के रूप में उभरा है। लेकिन विभिन्न कीटनाशकों, रसायन, दवाओं तथा हार्मोन के प्रभाव के चलते दुग्ध  उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर चिंता बढ़ी है। इससे निपटने के लिए जैविक दूध की आवश्यकता है जिसके जरिए स्वास्थ्य के साथ ही किसानों और दूध उत्पादन से जुड़े लोगों की आर्थिक मदद भी हो सकेगी। क्योंकि जिस प्रकार से जैविक दूध की मांग देश और दुनिया में लगातार बढ़ ही रही है ऐसे में कहा जा सकता है कि जैविक दूध भविष्य का सुनहरा विकल्प साबित होगा।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें