बड़ी खबरें
केंद्र सरकार इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है जिसमें निजीकरण भी शामिल है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय नीलामी का मसौदा तैयार कर रहा है। सरकार यह कदम बाबतपुर को देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से उठाया जा रही है। एयरपोर्ट के निजीकरण के पीछे सरकार पर्यटन के साथ-साथ निर्यात को भी बढ़ावा देने की तैयारी में है।
दूसरा निजी एयरपोर्ट बनेगा लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट-
आपको बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में देश के 6 हवाई अड्डों का निजीकरण किया था। जिसमे लखनऊ एयरपोर्ट भी शामिल था। जिसके बाद से नवंबर 2020 में लखनऊ एयरपोर्ट की जिम्मेदारी अडाणी ग्रुप ने संभालनी शुरू कर दी। राजधानी लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के बाद सरकार अब वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का निजीकरण करने की तैयारी में है।
जून से शुरू होगा एयरपोर्ट का विस्तार-
वाराणसी-लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के विस्तारीकरण के साथ उसके निजीकरण की भी तैयारी शुरू हो गई है। निजीकरण के जरिए विस्तारीकरण योजना के तहत बाबतपुर एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर भी खरा उतर सकेगा। सूत्रों के मुताबिक लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार की प्रक्रिया जून से शुरू हो जाएगी जिसके बाद यह प्रदेश का दूसरा निजी एयरपोर्ट बन जाएगा।
550 करोड़ को लागत में होगा विस्तार-
केंद्र सरकार ने देश के सभी एयरपोर्ट के विकास के लिए 2050 तक का विज़न तय किया है। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के एयरपोर्ट को यात्रा व सुविधाओं की दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हवाई अड्डे को 117 हेक्टेयर (350 एकड़) तक विस्तारित करने पर काम शुरू कर दिया है। जिसमे दो किमी लम्बा रनवे, एक अन्य टर्मिनल सहित विभिन्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी। विस्तारीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने ली है। योगी सरकार ने जमीन खरीदने के लिए 550 करोड़ रूपये भी जारी कर दिए है। विस्तार परियोजना के तहत बाबतपुर एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बढ़ेंगी। इसका उद्देश्य बनारस से न सिर्फ अरब देशों बल्कि यूरोपीय देशों के लिए भी उड़ानें संचालित करना होगा।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 9 December, 2023, 6:59 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...